शुगर मिल के बकास में लगी आग, काबू पाने से बची फैक्ट्री
शुगर मिल में अज्ञात कारणों से फैक्ट्री के बाहर पड़ी बकास में आग लग गई। जब आग लगी उस समय फैक्ट्री के बाहर 25 से 30 हजार क्विंटल 40 से 50 फीट ऊंचा बकास का ढेर पड़ा था। फैक्ट्री आग की चपेट में आने से बाल बाल बच गई।
जागरण संवाददाता, कैथल : शुगर मिल में अज्ञात कारणों से फैक्ट्री के बाहर पड़ी बकास में आग लग गई। जब आग लगी उस समय फैक्ट्री के बाहर 25 से 30 हजार क्विंटल 40 से 50 फीट ऊंचा बकास का ढेर पड़ा था। फैक्ट्री आग की चपेट में आने से बाल बाल बच गई। आग से चंद ही मीटर की दूरी पर कार्यशाला में काफी मात्रा में सल्फर भी रखा हुआ था जो कि ज्वलनशील पदार्थ है।
हालांकि बकास में आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया। आग करीब सुबह साढे 11 बजे लगी। 20 से 25 मिनट के अंदर ही शुगर मिल कैंपस में धुंआ भर गया। कुछ मिनट बाद ही फायर बिग्रेड की पांच गाड़ियां भी मौके पर पहुंच गई थी। धुंआ अधिक होने के कारण आग पर काबू पाने में देरी हुई। फायर बिग्रेड की गाड़ियों को आग पर काबू पाने में तीन से चार घंटे का समय लगा गया।
जिस समय आग लगी एमडी जगदीप सिंह ढुल भी शुगर मिल में अपने कार्यालय में ही मौजूद थे। वे तुरंत ही मिल के कर्मचारियों के साथ आग पर काबू पाने में जुट गए। कई घंटों की मेहनत के बाद आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन आग दोबारा ना सुलग जाए इसके लिए कर्मचारी और फायर बिग्रेड की गाड़ियां बकास के ढेर और आसपास के क्षेत्र में पानी का छिड़काव करने में लगी थी।
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उठान नहीं होने से लगा था बकास का ढेर
आचार संहिता लगने से बकास का ठेका नहीं हो सका था। इसके चलते करीब पिछले 15 दिनों से बकास का उठान नहीं हो पाया था। अमूमन मिल के पास सात से आठ हजार क्विंटल बकास ही स्टॉक होता है।
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फैक्ट्री को आग से बचाने के लिए अलग किया जा रहा ढेर
फैक्ट्री के बाहर पड़े बकास के ढेर को आग पर काबू पाए जाने के बाद अलग करने का कार्य किया जा रहा था। जिस हिस्से में आग लगी थी उस हिस्से को फैक्ट्री के हिस्से से अलग काटा जा रहा था। प्रशासन को डर है कि कहीं आग फैक्ट्री को अपनी चपेट में ना ले ले। पांच जेसीबी इस कार्य में जुटी थी। इसके अलावा ढेर के आसपास पानी छोड़ा जा रहा था, ताकि आग ना फैले । आग की खबर सुनते ही भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे।
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लाखों के नुकसान का अनुमान
बकास के जिस ढेर में आग लगी थी उसमें कई सौ क्विंटल बकास जलकर राख हो गई है। बकास का रेट इस समय प्रति क्विंटल 500 रुपये के आसपास है। ऐसे में लाखों रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।
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हर घंटे रिपोर्ट करेंगे अधिकारी, कर्मचारी
एमडी ने आग पर काबू पाने के बाद भविष्य में ढेर में आग न लगे इसके लिए अधिकारी और कर्मचारियों की ड्यूटी ढेर की निगरानी के लिए लगाई है। ये हर घंटे एमडी को स्थिति की रिपोर्ट करेंगे।
वर्जन: समय रहते आग पर पा लिया काबू
वे मौके पर मौजूद थे। समय रहते आग पर काबू पा लिया गया। आग से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। आग दोबारा ना सुलगे इसके लिए अगले कई दिनों तक भी ढेर पर निगरानी रखी जाएगी।
जगदीप सिंह ढुल, एमडी, शुगर मिल कैथल।