धान का समर्थन मूल्य नहीं मिलने के भड़के किसान
भारतीय किसान संघ (भाकिसं) के बैनर तले नई अनाज मंडी में किसानों ने धान का समर्थन मूल्य नहीं मिलने के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान किसानों ने प्रदर्शन के बाद सचिव को मांगों के समर्थन में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा।
जागरण संवाददाता कैथल :
भारतीय किसान संघ (भाकिसं) के बैनर तले नई अनाज मंडी में किसानों ने धान का समर्थन मूल्य नहीं मिलने के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान किसानों ने प्रदर्शन के बाद सचिव को मांगों के समर्थन में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा। किसानों ने सरकार पर आरोप लगाया कि किसानों की बारीक धान को औने-पौने दामों में लूटा जा रहा है। इससे अन्नदाता कई कई दिनों तक मंडियों में बैठने के लिए मजबूर हैं।
इसके साथ ही धान की किस्म चाहे कोई भी हो, उसमें नमी की मात्रा अधिक बताकर कम दाम दिया जा रहा है। इससे किसानों को उनका लागत मूल्य तक नहीं मिल पा रहा है। किसानों ने मार्केट कमेटी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पीआर किस्म के धान की खरीद बंद कर दी गई है, इसकी चिता न तो जिला प्रशासन को है और न ही सरकार को, जबकि पराली जलाने के नाम पर अधिकारी धड़ल्ले से किसानों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने पूरी अनाज मंडी का दौरा करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर अपना रोष जताया।
बॉक्स :
प्रदेश व केंद्र सरकार किसान विरोधी
भारतीय किसान संघ के युवा प्रांत सचिव गुल्तान सिंह नैन ने बताया कि प्रदेश व केंद्र सरकार किसान विरोधी कार्य कर रही है। सरकार का दायित्व है कि किसानों का संरक्षण कर उन्हें उचित दाम दिया जाए। पिछले पांच वर्षाें से किसान मंडियों मे अपनी फसल औने पौने दामों में बेचने के लिए मजबूर है। मंडियों में फर्जी जे-फार्म काटे जा रहे है। आढ़तियों, मिलर व खरीद संस्था की ओर से खरीदे जाने वाले धान में काफी अंतर किया जा रहा है। ई-नेम योजना को कागजों में ही दिखाया जा रहा है। वाणिज्य एवं कृषि खाद्य प्रशंसकरण ऑथोरिटी ऑफ इंडिया भी किसानों व निर्यातकों के लिए कार्य नहीं कर रही। इस कारण किसान बासमति, मूच्छल, 1121 ए सरबती धान को कम दाम में बेचने के लिए मजबूर है।
बॉक्स : गेट पास की समस्या का
भी नहीं किया समाधान :
किसान नेता रणबीर आर्य फरल ने कहा कि मंडियों में किसानों के साथ हो रही अनदेखी पर जिला प्रशासन की ओर से अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। हरियाणा की मंडियों मे 21 से 30 अक्टूबर तक मार्किट कमेटी वालों ने गेट पास नही काटे, जबकि किसानों के लिए मंडी के गेट रजिस्टर में सीजन के समय 24 घंटे तक एंट्री की जाती है। इस मौके पर निरंजन गुर्जर, जगदेव सिंह, कृष्ण कुमार, महावीर, ओमप्रकाश, सुनील, सुरेंद्र, काला, पाला, हरपाल सिंह, साधु, रणधीर मौजूद थे।