संस्थाओं की शिकायतों में दब गई सुझाव की उम्मीदें
बैठक का मकसद शहर के मुख्य मुद्दों पर मौजिज लोगों का सुझाव और सहयोग लेना था।
जागरण संवाददाता, कैथल: सामाजिक समरसता, स्वच्छता और कानून-व्यवस्था को सुचारू तरीके से कायम रखने के लिए डीसी सुजान सिंह ने शहर की संस्थाओं की बैठक ली। इसमें एसडीएम कैथल कमलप्रीत कौर, एसडीएम गुहला शशि वसुंधरा, एसडीएम कलायत विवेश चौधरी सहित पुलिस विभाग से लेकर अन्य कई विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे। दरअसल इस बैठक का मकसद तीनों मुद्दों पर शहर के मौजिज लोगों से सुझाव व सहयोग लेना था, लेकिन संस्था प्रतिनिधियों की ओर से सुझाव की बजाय शिकायतें आई। यहां तक कि अफसरों पर ही निशाने साधे जाने लगे। डीसी सुजान सिंह ने उन्हें सकारात्मक सोच के साथ शहर के विकास में सहयोग की अपील की। कहा कि यह हमारा शहर है और इसे सुव्यस्थित व सुंदर बनाना हम सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए। यह रही शिकायतें
डॉ. बीरबल - सर, 15-20 दिन से डोर-टू-डोर कूड़ा नहीं उठ रहा है। इसकी वजह है कि नप ने प्रति घर 50 रुपये शुल्क लगा दिया है। इसलिए लोग वाहन की बजाय कूड़ेदान में डाल रहे हैं, जो गलियों में आ रहा है।
डीसी- यह एनजीटी के आदेश हैं और बाकायदा नोटिफाई हैं। यूजर चार्जेज ही लिए जा रहे हैं। पुनीत चौधरी - 2011 में हमने कोर्ट से ऑर्डर लेकर डोर-टू-डोर कचरा उठान शुरू करवाया था। नप ने तो 2014 में शुरू किया। तब यह ऑर्डर करवाए थे कि शुल्क नहीं लिया जाएगा। लोगों से 50 रुपये लेने की बजाय देना शुरू कर दो ज्यादा अच्छे परिणाम होंगे, लेकिन नप के अधिकारी ठेकेदार से कमीशन लेते हैं। कचरा प्रबंधन भी नहीं हो रहा।
डीसी- ऐसे किसी पर भी व्यक्तिगत आक्षेप लगाना सही नहीं है। आप हमें ठेकेदार बताओ जो कचरा संभाल सके। आपके कहने से कोई अधिकारी छोटा या बड़ा नहीं होता। कम से कम पहली मीटिग में तो ऐसे बात न करें। सुषम कपूर - गीता जयंती समारोह के लिए प्रशासन के कहने पर संस्थाओं को लेकर काम करवाया था। तब पांच दिन में पेमेंट करने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन दो माह से ज्यादा हो गए। हमने अपने पास से पेमेंट की। हम तो प्रशासन के सहयोग को हमेशा तैयार रहते हैं, लेकिन हमें तो नहीं मिलता।
डीसी- उस पेमेंट के बारे में आज सुबह ही जानकारी मिली है। जल्दी ही भुगतान हो जाएगा।
यह भी शिकायतें आई
पतंजलि महिला समिति की जिला प्रभारी अमर राविश ने हुडा सेक्टर 19 में ग्रीन बेल्ट का निर्माण अटका होने की शिकायत की तो डीसी सुजान सिंह ने इसके संदर्भ में नप के एमई राजकुमार शर्मा को केस पर चर्चा करने के आदेश दिए। रेल कल्याण समिति के सदस्य लाजपत राय ने भी समस्या रखी। पूंडरी से आए राजेश कुमार ने फतेहपुर में कन्या स्कूल के साथ अवैध खुर्दो की शिकायत रखी, जिस पर डीसी ने मौके पर मौजूद डीएसपी को तत्काल कार्रवाई कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए। महिला सशक्तीकरण समिति की अध्यक्ष अंजू आर्य ने कहा कि हमें शिकायतें करने की बजाय प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। डीसी ने आते ही जिस तरह से काम किया है, यह सराहनीय है।
अफसर हमें पशु समझते हैं
पूर्व पार्षद कमल मित्तल ने कहा, डीसी साहब आप और एसडीएम मैडम तो बहुत अच्छे हैं। हुडा विभाग के नीचे के अधिकारी गलत बोलते हैं। एमडी साहब अब ईओ हैं और वे दफ्तर में मिलते ही नहीं। छोटे कर्मचारी हमें पशु समझते हैं।