मंडी की सफाई सुनिश्चित करें अधिकारी- डीसी
डीसी धर्मवीर ¨सह ने धान की आवक को लेकर अनाज मंडी चीकामें किए गए प्रबंधों का जायजा लिया और मंडी का दौरा कर किसानों की सुविधा के लिए किए सभी इंतजामों बारे संबंधित अधिकारियों से जानकारी हासिल की।उन्होंने मार्किट कमेटी के अधिकारियों को किसानों को धान के सीजन के दौरान अनाज मंडी में बुनियादी सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए निर्देश
संवाद सहयोगी, गुहला-चीका: डीसी धर्मवीर ¨सह ने धान की आवक को लेकर अनाज मंडी चीकामें किए गए प्रबंधों का जायजा लिया और मंडी का दौरा कर किसानों की सुविधा
के लिए किए सभी इंतजामों बारे संबंधित अधिकारियों से जानकारी हासिल की।उन्होंने मार्किट कमेटी के अधिकारियों को किसानों को धान के सीजन के दौरान अनाज मंडी में बुनियादी सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए निर्देश
दिए। उन्होंने कहा कि पूरे सीजन के दौरान अनाज मंडी में नियमित सफाई
व्यवस्था सुनिश्चित हो। बिजली और पेयजल का इंतजाम भी पूरा रहे ताकि मंडी में आने वाले किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने मंडी में स्थित नापतोल कांटो को सम्बधित अधिकारियों को निरंतर चैक करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि वे अपनी धान की आवक को
मंडी में साफ, सुथरा व सुखा कर लेकर आए, जिससे किसानों को अपनी फसल को बेचने में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े और उनको फसल की
अच्छी कीमत मिल सके। उन्होंने बताया कि एक अक्टूबर से धान की सरकारी खरीद शुरू की जाएगी।
उन्होंने किसानों से यह भी अपील की कि वे अपने धान की कटाई के बाद बची हुई पराली व धान के अवशेषों को न जलाएं, चूंकि इससे पर्यावरण दूषित
होता है। साथ ही किसी अप्रिय घटना होने का अंदेशा बना रहता है। पराली को पशुओं के चारे के रूप में भी इस्तमाल किया जा सकता है तथा फसल अवशेष
प्रबन्धन कृषि यंत्रों की मदद से इन अवशेषों को भूमि में मिलाकर उपजाऊ
शक्ति को बढ़ाया जा सकता है। इस अवसर पर एसडीएम संजय कुमार, तहसीलदार जगदीश चंद्र,
मार्केट कमेटी के चेयरमैन जगीर ¨सह, सचिव देवेंद्र मोर, मंडी सुपरवाइजर
रामफल, वाइस चेयरमैन सतप्रकाश, जयपाल गर्ग, सुरेश कुमार उपस्थित रहे।
बॉक्स
निर्माणाधीन रेस्ट हाउस का दौरा किया
डीसी धर्मवीर ¨सह ने मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत एक करोड़
79 लाख रुपये की लागत से निर्माणाधीन लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह का
निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि
इस विश्राम गृह में प्राचीन हैरीटेज की तरह रंग रोगन किया जाए ताकि
प्राचीन धरोहर को सरंक्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस वातानुकूलित
विश्राम गृह में भूमि तल व प्रथम पर निर्माण किया गया है। भूमि तल पर 5
हजार वर्ग फुट क्षेत्र तथा प्रथम तल पर 4200 वर्ग फुट क्षेत्र में
निर्माण किया गया है। भूमि तल पर विभिन्न उपयोग के लिए पांच कमरों का निर्माण
किया गया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते
हुए कहा कि पूरा कार्य अक्टूबर तक करना सुनिश्चित
करें।