लॉकडाउन में वाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम यू-ट्यूब चला समय कर रहे व्यतीत
पूरे देश में लॉकडाउन है और सभी लोग घरों में बंद हैं। कई क्षेत्रों में इस लॉकडाउन में ढील दी गई है और जहां पर महामारी का अधिक प्रकोप है वहां कोई छूट नहीं दी गई। मोबाइल में सारा दिन वाट्सएप फेसबुक इंस्टाग्राम यूट्यूब चला लोग समय व्यतीत कर रहे हैं।
संवाद सहयोगी, सीवन :
पूरे देश में लॉकडाउन है और सभी लोग घरों में बंद हैं। कई क्षेत्रों में इस लॉकडाउन में ढील दी गई है और जहां पर महामारी का अधिक प्रकोप है वहां कोई छूट नहीं दी गई। मोबाइल में सारा दिन वाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब चला लोग समय व्यतीत कर रहे हैं। सोमवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस है। यदि वर्तमान में लोगों के पास कोई तकनीकि साधन नहीं होते तो उन्हें बंद के दौरान समय गुजारना काफी कठिन होता।
सोशल मीडिया का सहारा
भीषू चौधरी ने कहा कि इस समय पूरा दिन घरों में लोग खाली हैं। यदि कुछ काम भी है तो वह भी कुछ समय में निपट जाता है और उसके बाद मोबाइल ही एक साधन है जिससे समय व्यतीत होता है। यदि मोबाइल, वाट्सएप, फेस बुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब न होता तो समय व्यतीत करना काफी कठिन होता। खाली बैठा व्यक्ति कोई न कोई खुराफात ही सोचता है।
परिवार के साथ समय नहीं बिता रहे बच्चे :
मेजर सिंह ने कहा कि बच्चे हों या बड़े हों सभी मोबाइल में लगे हुए हैं। यदि मोबाइल के माध्यम से सोशल मीडिया का प्रयोग न करते तो हर दिन गुजारने में काफी परेशानी होती। हालांकि बच्चों के हाथ में मोबाइल होने के कारण वह परिवार के बाकी सदस्यों के साथ अधिक समय नहीं बिता रहे हैं। वह दिनभर केवल मोबाइल में ही लगे रहते हैं।
समय गुजारना मुश्किल होता :
सतपाल शर्मा ने कहा कि जब मोबाइल की तकनीक आई है। तब मनुष्य इस पर आश्रित हो चुका है। इसके काफी लाभ भी हैं। लेकिन कुछ नुकसान भी। लेकिन इसे प्रयोग करने के ऊपर ही निर्भर रहता है कि कैसे इसका सदुपयोग किया जाए। यदि मोबाइल न होता तो लॉकडाउन में ऑनलाइन पढ़ाई न होने के साथ समय भी गुजारना काफी मुश्किल हो जाता।