निरीक्षण के दौरान शहर के नालों में मिली गंदगी
नगर परिषद की ओर से शहर के वार्डों में पानी निकासी का समाधान करने के लिए नाले बनाए हुए हैं। करीब एक महीने से नालों की सफाई न होने के कारण नगरपरिषद अधिकारियों के पास शिकायतें आ रही थी।
जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद की ओर से शहर के वार्डों में पानी निकासी का समाधान करने के लिए नाले बनाए हुए हैं। करीब एक महीने से नालों की सफाई न होने के कारण नगरपरिषद अधिकारियों के पास शिकायतें आ रही थी।
सोमवार को नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार व सचिव नरेंद्र शर्मा ने शहर के वार्डों का निरीक्षण कर नालों की हालात देखी। नालों में कहीं भी सफाई नहीं पाई गई। नगर परिषद की ओर से नालों की सफाई के लिए 30 कर्मचारियों को रखा गया है। इन कर्मचारियों से नालों की सफाई का ही काम कराया जाता है।
सफाई नहीं मिलने के बाद नप सचिव ने मुख्य सफाई निरीक्षक मोहन भारद्वाज को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा गया है कि नियमित रूप से नालों की सफाई करवानी होगी और प्रतिदिन इसकी रिपोर्ट भी भेजनी होगी। बता दें कि नालों की सफाई नहीं होने से बरसात के मौसम में शहर में पानी भर जाता है। ये नाले चंदाना रोड, प्रताप गेट, बालाजी कॉलोनी, अमरगढ़ गामड़ी, डोगरा गेट, माता गेट व अन्य स्थानों पर बनाए हुए हैं। इनसे निकासी के लिए नालों की सफाई कराना जरूरी होता है।
बॉक्स : बिना सफाई वाले नालों की जानकारी मांगी गई
नगर परिषद के मुख्य सफाई निरीक्षक मोहन भारद्वाज ने बताया कि उनके पास नालों से संबंधित कोई शिकायत नहीं आई है। जो शिकायत आती है उसी समय समाधान करवा दिया जाता है। जो पत्र उन्हें भेजा गया था उसका जवाब भेज दिया गया है और बिना सफाई वाले नालों की जानकारी मांगी गई है।
बॉक्स : सीएसआइ को पत्र लिखा गया
नगर परिषद के सचिव नरेंद्र शर्मा ने बताया कि सोमवार सुबह शहर में बने बने नालों का निरीक्षण किया गया था। कुछ स्थानों पर नालों की सफाई नहीं पाई गई, जिसके लिए सीएसआइ को पत्र लिखा गया है। नालों की नियमित सफाई करने के आदेश दिए गए हैं। ----------