गिरते भूजल को देख धान छोड़कर मक्का उगाए किसान : शर्मा
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की तरफ से डीडीए डॉ. पवन शर्मा के दिशा निर्देशानुसार व उप मंडल कृषि अधिकारी डॉ. सतीश नारा के मार्ग दर्शन में जल ही जीवन है स्कीम के तहत फरल व रावणहेड़ा में किसान प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया।
संवाद सहयोगी, पूंडरी:
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की तरफ से डीडीए डॉ. पवन शर्मा के दिशा निर्देशानुसार व उप मंडल कृषि अधिकारी डॉ. सतीश नारा के मार्ग दर्शन में जल ही जीवन है स्कीम के तहत फरल व रावणहेड़ा में किसान प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया। इसकी अध्यक्षता डॉ. दिनेश शर्मा सहायक पौध संरक्षण अधिकारी कैथल ने की।
डॉ. दिनेश ने किसानों को बताया कि किसान भाई धान की फसल की बजाए मक्का की फसल लें। दिन प्रतिदिन गिरते भू जल स्तर को देखते हुए वो दिन दूर नहीं जब पानी पीने के लिए भी उपलब्ध नहीं होगा तो आने वाली पीढि़यां इसके लिए हमें जिम्मेवार ठहराएंगी।
उन्होंने कहा कि एक किलोग्राम धान को उगाने के लिए चार हजार लीटर पानी को की जरूरत होती है। इसलिए अब समय आ गया है कि किसान भाई धान की फसल के पीछे न रह कर मक्का की फसल जरूर उगाएं और जल बचाने में अपना बहुमूल्य योगदान दें। एसडीओ डॉ. बलवान सिंह व बीटीएम डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि सरकार की तरफ से किसान को मक्का का बीज मुफ्त में दिया जा रहा है और साथ ही निरीक्षण के उपरांत 2000 रुपये प्रति एकड़ अनुदान राशि दी जा रही है। बताया कि सरकार द्वारा मक्का की फसल का बीमा भी मुफ्त में किया जाएगा। इस अवसर पर संजय पटवारी, कुलदीप, कमल, राजीव, अनिल नंबरदार, कुलभूषण, प्रदीप, संजीव व संदीप मौजूद थे।
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