घने स्मॉग से आंखों की बीमारी में इजाफा
एक्यूआई और पीएम लेवल चेक करने वाली हरियाणा स्टेट प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की वेबसाइट को गूगल से हटा दिया गया है। इससे प्रदूषण के स्तर की जानकारी हासिल नहीं हो पा रही है।
जागरण संवाददाता, कैथल :
एक्यूआई और पीएम लेवल चेक करने वाली हरियाणा स्टेट प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की वेबसाइट को गूगल से हटा दिया गया है। इससे प्रदूषण के स्तर की जानकारी हासिल नहीं हो पा रही है। बता दें कि आतिशबाजी और पराली जलाने से दीपावली के अगले दिन से प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है।
बृहस्पतिवार को एक्यूआई और पीएम लेवल चेक करने वाले लिक को गूगल से हटाने के बाद जिले में प्रदूषण का स्तर कितना खतरनाक है, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई। बता दें कि जिला में बृहस्पतिवार को प्रदूषण का स्तर 468 था। जबकि पीएम 2.5, न्यूनतम 221, एवरेज 350 व अधिकतर 350 रहा था। पीएम 10, न्यूनतम 269, एवरेज 468 व अधिकतम 500 तक रहा।
अब तक 600 से अधिक पराली जलाने के मामले आए सामने :
जिले में अब तक एक महीने में पराली जलाने के 600 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। कचरा जलाने से रोकने को लेकर प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। चिकित्सकों ने बच्चों को सुबह और शाम की सैर नहीं करने की सलाह दी है। धुएं से आंखों में जलन हो रही है और आसमान में घना स्मॉग छाया हुआ है।
बढ़ रहे प्रदूषण से आंखों में जलन
प्रदूषण का स्तर बढ़ने के कारण हो रही आंखों में जलन से आंखों की बीमारियों में इजाफा हुआ है। आंखों में प्रदूषण के कारण कई प्रकार की बीमारियां फैल रही है। जिला अस्पताल में आंखों के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। सबसे अधिक परेशानी सड़कों पर वाहन चालकों को हो रही है। वहीं, परेशानी उठा रहे लोगों का कहना है कि सरकार प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए।