एनएमसी बिल लाने के खिलाफ चिकित्सकों का साइकिल रैली
जागरण संवाददाता, कैथल : इंडियन नेशनल मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने रविवार को एमसीआइ के
जागरण संवाददाता, कैथल : इंडियन नेशनल मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने रविवार को एमसीआइ के स्थान पर नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी)विधेयक लाने के विरोध में सरकार के खिलाफ साइकिल यात्रा निकालकर विरोध किया। इस यात्रा को स्वास्थ्य विभाग के सिविल सर्जन डॉ. अशोक चौधरी ने झंडी दिखाकर रवाना किया। सरकार के विरोध में निकाली गई यात्रा को हरी झंडी देने को लेकर शहर में दिनभर चर्चा रही। वहीं सिविल सर्जन ने कहा कि उन्हें यह कहकर कार्यक्रम में बुलाया गया था कि सेहत के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए चिकित्सक साइकिल यात्रा निकालेंगे। इस कारण वे कार्यक्रम में गए थे। वहां उन्होंने अपनी बात रखते हुए लोगों को जागरूक भी किया कि कहीं पर कामकाज पर जाने के लिए लोगों को साइकिल का प्रयोग करना चाहिए, इससे स्वास्थ्य ठीक रहता है। यदि उन्हें जानकारी होती की चिकित्सक विधेयक का विरोध कर रहे हैं तो वे कार्यक्रम में कतई नहीं जाते।
वहीं आइएमए के प्रधान प्रवीण गर्ग ने कहा कि सिविल सर्जन उनकी संस्था के पैटर्न हैं। उस हैसियत से कार्यक्रम में बुलाया गया था न की सरकारी अधिकारी होने के नाते।
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विधेयक लाने के विरोध
में निकाली यात्रा
विधेयक लाने के विरोध में निकाली गई यात्रा अंबाला रोड एक अस्पताल के सामने से रवाना हुई। इसके माध्यम से जहां चिकित्सकों ने विरोध किया, वहीं साइकिल चलाकर लोगों को स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक किया गया। प्रधान प्रवीण गर्ग, महासचिव डॉ. विकास गुप्ता व प्रवक्ता डॉ. विनोद गौतम ने कहा कि सरकार जिस नई नीति को एमबीबीएस डॉक्टरों पर थोपना चाहती है वह न केवल डॉक्टरों के खिलाफ है बल्कि वह जनविरोधी भी है।
उन्होंने कहा कि देश भर के डॉक्टर सरकार की इस नीति का डट कर विरोध करते है। सरकार की इस नीति के खिलाफ पूरे देश में डॉक्टरों द्वारा विरोध किया जा रहा है। देशभर के डॉक्टर 25 मार्च को दिल्ली में एक बैठक का आयोजन करेंगे। इसमें देशभर के लाखों डॉक्टर एकत्रित होंगे। डाक्टरों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने डॉक्टरों के खिलाफ लाया जा रहा विधेयक वापस नहीं लिया तो देशभर में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।