चिकित्सक एक, मरीज दस हजार, इलाज के लिए इंतजार
जागरण संवाददाता, कैथल : जिला नागरिक अस्पताल में काला पीलिया के मरीजों को देरी से इलाज मि
जागरण संवाददाता, कैथल : जिला नागरिक अस्पताल में काला पीलिया के मरीजों को देरी से इलाज मिल रहा है। ओपीडी समय से पूर्व ही लंबी कतार लगी जाती है। कई मरीज तो सुबह सात बजे ही ओपीडी के बाहर आकर बैठ जाते हैं, लेकिन इसके बावजूद रोजाना कई मरीज बिना जांच व दवा के वापस लौटने पर मजबूर हैं। चिकित्सक व स्टाफ की कमी के चलते मरीजों को इलाज के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। जिलेभर में दस हजार के करीब मरीज हैं, लेकिन अब तक 800 मरीजों को ही दवा मिल पाई है। 1500 के करीब मरीजों की जांच व 2500 मरीजों का रजिस्ट्रेशन हुआ है।
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कभी लाइन में खड़े तो कभी बैठकर इंतजार करते नजर आते हैं मरीज
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल अग्रवाल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। डॉक्टर के पास बच्चों की ओपीडी के साथ-साथ आपरेशन थियेटर का भी कार्य है। इस कारण चिकित्सक कभी थियेटर तो कभी ओपीडी में जाते हैं। इस कारण मरीज लंबी कतारों में कभी बैठकर तो कभी खड़े होकर इंतजार करते रहते हैं। दो बजे के बाद ओपीडी बंद होने पर काफी मरीज बिना जांच व इलाज के ही लौटने पर मजबूर हो रहे हैं। इलाज के लिए आई संतरो व कमला ने बताया कि सुबह साढ़े सात बजे अस्पताल पहुंच गए थे। अब साढ़े 12 बज गए हैं, लेकिन नंबर नहीं आया है। काला पीलिया की दवा व बच्चों का इलाज एक चिकित्सक करता है। मरीजों की संख्या को देखते हुए काला पीलिया के लिए अलग से ओपीडी होनी चाहिए।
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राजौंद व पूंडरी ब्लॉक सबसे ज्यादा प्रभावित
काला पीलिया वैसे तो पूरे जिले में पांव पसार रहा है, लेकिन राजौंद व पूंडरी ब्लॉक में ज्यादा मरीज हैं। राजौंद शहर, रोहेड़ा गांव मंडवाल सहित कई गांव तो ऐसे हैं जहां हर घर में मरीज है। कई घर तो ऐसे हैं जहां परिवार के सभी सदस्य इसकी चपेट में हैं। कैथल खंड के देवीगढ़ गांव में भी काला पीलिया तेजी से पांव पसार रहा है। एक ही चिकित्सक होने के कारण ऐसी दिक्कत आ रही है। ब्लॉक स्तर के सरकारी अस्पतालों में काला पीलिया की दवा व जांच की सुविधा होनी चाहिए।
वर्जन
काला पीलिया के दवाई के लिए इस बार कूपन अस्पताल में लेट पहुंचे हैं, इस कारण मरीजों को दवाई देने में कुछ देरी हो रही है। चिकित्सक व स्टाफ की भी कमी है। ओपीडी में काम ज्यादा होने के कारण मरीजों को इंतजार करना पड़ता है। अब तक 800 मरीजों को दवाई दी गई है। 2500 मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया है। नए मरीज भी अस्पताल में आ रहे हैं।
- डॉ. अनिल अग्रवाल, नोडल अधिकारी, काला पीलिया।