लापता बंटी का शव तालाब से बरामद, स्वजनों ने एनएच पर लगाया जाम
जागरण संवाददाता कैथल शिव कालोनी निवासी दो सगे भाइयों की हत्या से भड़के स्वजनों ने बुधवार
जागरण संवाददाता, कैथल :
शिव कालोनी निवासी दो सगे भाइयों की हत्या से भड़के स्वजनों ने बुधवार को हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे पर स्थित छोटू राम चौक पर जाम लगा दिया। साढ़े तीन घंटे तक यहां जाम लगा रहा। परिवार वालों ने दोनों भाइयों के शवों को पोस्टमार्टम हाउस से उठाने से इंकार कर दिया और प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए छोटू राम चौक पर आ पहुंचे। यहां चौराहे के चारों तरफ बैठकर रास्ते बाधित कर दिए। जाम के चलते पुलिस प्रशासन ने वाहनों के रूट बदले।
गौरतलब है कि छह दिसंबर को बड़ा भाई अनिल और छोटा भाई बंटी शिव कालोनी स्थित अपने घर से दिहाड़ी-मजदूरी के लिए निकले थे। कुतुबपुर गांव में स्थित तालाब के पास बैठे थे। वहां मछली पालन का ठेका लिए ठेकेदार शेरूखेड़ी गांव निवासी संजय और शेरगढ़ गांव निवासी विक्रम ने उनके साथ मारपीट की। इस मारपीट के बाद अनिल को सदर थाना पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस कर्मचारियों ने भी उसका इलाज करवाने की बजाए थाने में रखा। जब तबीयत बिगड़ गई तो परिवार वालों के हवाले कर दिया। परिवार वाले अनिल को अस्पताल लेकर गए जहां उसकी मौत हो गई।
वहीं, छोटा भाई बंटी जो कि पिछले दिनों से लापता था। बंटी का बुधवार सुबह तालाब में शव मिला। सूचना मिलने के बाद परिवार वाले और सदर थाना पुलिस कर्मचारी वहां पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में लाया गया। मृतक बंटी की पत्नी सुदेश ने आरोप लगाया कि उसके पति के साथ मारपीट की गई और उसके बाद तालाब में फेंक दिया गया।
वहीं जाम की सूचना मिलने पर डीएसपी दलीप कुमार, नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह मौके पर पहुंचे, लेकिन लोगों ने जाम नहीं खुलवाया। इसके बाद एसडीएम संजय कुमार लोगों के बीच पहुंचे। उन्होंने मृतक युवकों की मां छन्नो देवी और बहन ऊषा से बातचीत करते हुए सांत्वना दी।
एसडीएम ने आश्वासन दिया कि आरोपितों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है, जल्द ही गिरफ्तारी भी हो जाएगी। शुरूआत में तो एसडीएम का आश्वासन परिवार वालों ने ठुकरा दिया, लेकिन बाद में फिर से एसडीएम ने परिवार वालों से बातचीत की। पांच मांगों का पत्र परिवार वालों ने एसडीएम को देकर जाम खोल दिया।
दो भाइयों की हत्या से परिवार
में मातम का माहौल
शिव कालोनी निवासी दिव्यांग मनोज ने बताया कि वह परिवार में सबसे बड़ा है। अनिल और बंटी उससे छोटे थे। दोनों ही विवाहित थे। बंटी के पास चार बच्चे और अनिल के पास तीन बच्चे हैं। दोनों को परिवारों का पालन-पोषण कैसे होगा अब इस बात की चिता उसे सता रही है। मां छन्नो देवी और बहन ऊषा ने कहा कि अनिल और बंटी की जान लेने वाले हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करते हुए कड़ी सजा दी जानी चाहिए। दोनों घरों के मुखियाओं के चले जाने से बच्चे अनाथ हो गए हैं। मां, भाई, बहन, पत्नी और बच्चों की आंखों से आंसू नहीं सूख रहे हैं।
ये सौंपा मांगपत्र
-मछली ठेकेदारों सहित वारदात में शामिल आरोपितों को जल्द गिरफ्तार किया जाए।
-मृतकों के परिवार वालों को दो स्थाई नौकरी दी जाए।
-दोनों मृतकों के परिवार वालों को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।
-सदर थाना प्रभारी और अन्य कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए।
-मामले की जांच को लेकर एसआइटी गठित की जाए।