धनौरी की टीम ने दयौरा को हराकर कबड्डी कप पर किया कब्जा
संवाद सहयोगी, ढांड: बाबा चमन ऋषि आश्रम व ग्राम पंचायत सलेमपुर महदूद ने आश्रम में एक दिवसीय कब
संवाद सहयोगी, ढांड: बाबा चमन ऋषि आश्रम व ग्राम पंचायत सलेमपुर महदूद ने आश्रम में एक दिवसीय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया। इसमें प्रदेश भर से जानी मानी 41 टीमों ने भाग लिया। कबड्डी प्रतियोगिता का शुभारंभ पूर्व मुख्य संसदीय सचिव सुलतान जडौला व सरपंच ईशम ¨सह ने किया। कोच रमेश शर्मा ने बताया कि पहला क्वार्टर फाइनल मैच ¨बदर बलबेहड़ा व धनौरी के बीच खेला गया, जिसमें धनौरी विजयी रही। दूसरा क्वार्टर फाइनल मैच धमतान साहिब व गांगोली के बीच हुआ, जिसमें धमतान साहिब विजयी रही। तीसरा क्वार्टर फाइनल मैच दयौरा व बलबेहड़ा के बीच हुआ, जिसमें दयोरा की टीम विजयी रही। चौथा क्वार्टर फाइनल मैच बिठमाड़ा व जय¨सहपुरा के बीच खेला गया, जिसमें जय¨सहपुरा की टीम विजयी रही। पहला सेमीफाइनल मैच धमतान साहिब व धनौरी की टीमों के बीच हुआ। इसमें धनौरी की टीम ने धमतान साहिब की टीम को हराकर फाइनल में जगह बनाई। दूसरा सेमीफाइनल मैच जय¨सहपुरा व दयौरा की टीम के बीच खेला गया, जिसमें दयौरा की टीम ने जय¨सहपुरा की टीम को हराकर फाइनल में प्रवेश किया। फाइनल मुकाबले में धनौरी की टीम ने साढ़े 15 अंकों हासिल किए जबकि दयौरा की टीम ने कड़े मुकाबले में 11 अंक मिले। साढ़े 4 अंकों से धनौरी की टीम विजयी रही। जिला परिषद कुरुक्षेत्र के चेयरमैन गुरदयाल ¨सह सनहेड़ी तथा सरपंच ईशम ¨सह ने विजेता रही धनौरा की टीम को 51 हजार रुपये तथा शील्ड एवं उपविजेता रही दयौरा की टीम को 31 हजार रुपये व शील्ड देकर सम्मानित किया। तीसरे व चौथे स्थान पर रही जय¨सहपुरा व धमतान साहब की टीमों को 5100-5100 रुपये तथा बैस्ट कैचर ¨बदु धनौरी बैस्ट रेडर टीटा धनौरी को 3100-3100 रुपये देकर सम्मानित किया। मुख्यातिथि जडौला ने कहा कि खेल को खेल की भावना से खेलना चाहिए। हार और जीत एक सिक्के के दो पहलू होते है। खिलाड़ी को कभी भी हार से निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि भविष्य में जीत के लिए और अधिक प्रयास करने चाहिए। इस प्रकार की खेल प्रतियोगिताओं से ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा उजागर करने का अच्छा अवसर मिलता है। ग्राम पंचायत व संस्था द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है। इस मौके पर रमेश शर्मा कोच, सुरमुख ¨स अंबाला, गुलाब सुनहेड़ी, कर्म¨सह बोदला पबनावा, सुभाष भागल, श्रीपाल राणा, चरणदास हरिगढ़, जो¨गद्र पानीपत, सतपाल पबनावा, प्रदीप पबनावा ने रैफरी की भूमिका बखूबी निभाई। सरपंच ईशम ¨सह, सरपंच ओमप्रकाश खेड़ी साकरा, लाभ ¨सह, रोशन लाल, प्रदीप कुमार, गणेश कुमार, जो¨गद्र ¨सह, धर्मबीर, सतपाल नंबरदार, पूर्व सरपंच रामदिया, बाबू राम धर्म ¨सह तथा प्यारे लाल मौजूद रहे।