केडीबी पर श्री तीर्थ कसाण मटौर के बजट को दूसरी जगह लगाने के आरोप
ष 2016 में मुख्यमंत्री ने कुरुक्षेत्र के 48 कोस की परिधि के अंतर्गत आने वाले तीर्थ के जीर्णोद्धार के लिए राशि जारी की थी। उस राशि से श्री तीर्थ कसाण मटौर के बजाय अन्य स्थान पर लगाने पर श्री तीर्थ कसाण से जुड़े 12 गांवों के लोगों में रोष है।
संवाद सहयोगी, कलायत : वर्ष 2016 में मुख्यमंत्री ने कुरुक्षेत्र के 48 कोस की परिधि के अंतर्गत आने वाले तीर्थ के जीर्णोद्धार के लिए राशि जारी की थी। उस राशि से श्री तीर्थ कसाण मटौर के बजाय अन्य स्थान पर लगाने पर श्री तीर्थ कसाण से जुड़े 12 गांवों के लोगों में रोष है। श्री तीर्थ कसाण महंत कौल दास, सुमेरदास, पवन दास, पंडित सतपाल, पंडित रमेश, तेलूराम, मामू राम, राजा राम, रमेश कुमार, धन सिंह, पाला राम, बिद्र आदि ने बताया कि मुख्यमंत्री की ओर से वर्ष 2016 में कुरुक्षेत्र की 48 कोस की परिधि में आने वाले तीर्थ के जीर्णोद्धार के लिए करोड़ों रुपये देने की घोषणा की थी। उसमें श्री तीर्थ कसाण के लिए चार करोड़ 29 लाख रुपये जारी किए गए थे। करीब 162 कनाल भूमि में बने श्री तीर्थ कसाण और मंदिर के लिए राशि जारी करने के बावजूद किसी अन्य स्थान पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड लगा रहा था। इस बारे केडीबी को अवगत कराया गया कि यह राशि श्री तीर्थ कसाण मटौर के बजाय किसी अन्य स्थान पर जारी की गई है। इसके बावजूद केडीबी ने टेंडर लगा राशि जारी कर दी। अधिकारियों की बेरुखी के चलते उन्होंने मजबूरन हाई कोर्ट की शरण लेनी पड़ी, लेकिन कुछ अधिकारी इसमें रोड़ा अटकाने में लगे है।
महाभारत काल के वन पर्व और वामन पुराण तीर्थ का वर्णन
महंत कौल दास और सुमेर दास ने बताया कि श्री तीर्थ कसाण ऐतिहासिक तीर्थ है। इस तीर्थ का वर्णन महाभारत, वामन पुराण तथा भागवत पुराण में और संत शिरोमणि नारायण गिरि उर्फ पंडित साधु राम जी की किताब में मिलता है। विश्व के प्रसिद्ध संत तपोनिष्ठ नारायण गिरि ने अपनी पुस्तक कुरुक्षेत्र पथ प्रदर्शक में श्री तीर्थ का विस्तार से वर्णन किया है। उन्होंने बताया कि श्री तीर्थ कसाण कैथल से लगभग 31 किलोमीटर दूर कैथल से भगवान कपिल मुनि की जन्म स्थली कपिल मुनि तीर्थ कलायत से श्रीमार्कंडेय ऋषि की जन्म स्थली मुकटेस्वर तीर्थ मटौर से एक कोस पश्चिम में मटौर-सिमला मार्ग पर कसाण नामक स्थान में स्थित है।