हड़ताल पर अस्थायी और स्थायी सफाई कर्मचारी, नप ने ठोका ठेकेदार पर जुर्माना
नगर परिषद के सभी कच्चे और पक्के सफाई कर्मचारियों ने काम छोड़ कर हड़ताल शुरू कर दी है। इसके साथ ही डोर टू डोर कचरा उठाने वाले 85 सफाई कर्मचारी भी हड़ताल पर चले गए हैं। सोमवार को शहर के किसी भी गंदगी के प्वाइंट से कचरा नहीं उठाया गया। शहर में नप की ओर से करीब 19 कचरा प्वाइंट बनाए गए हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद के सभी कच्चे और पक्के सफाई कर्मचारियों ने काम छोड़ कर हड़ताल शुरू कर दी है। इसके साथ ही डोर टू डोर कचरा उठाने वाले 85 सफाई कर्मचारी भी हड़ताल पर चले गए हैं। सोमवार को शहर के किसी भी गंदगी के प्वाइंट से कचरा नहीं उठाया गया। शहर में नप की ओर से करीब 19 कचरा प्वाइंट बनाए गए हैं। किसी भी कचरा प्वाइंट से कचरा उठान नहीं हो सका है। करनाल रोड, ढांड रोड, अंबाला रोड, चंदाना गेट, पुराना बाइपास, माता गेट पर गंदगी की मुख्य समस्या है। शहर से रोजाना करीब 50 टन कचरे का उठान होता है। ऐसे में अगर जल्द ही हड़ताल समाप्त नहीं हुई तो शहर में गंदगी फैल जाएगी। पक्के 170 सफाई कर्मचारियों का हड़ताल पर जाने का कारण नप से कुछ महीने पहले ठेके से हटाए गए 140 सफाई को दोबारा भर्ती न करना है। कर्मचारियों ने मांग की है कि जल्द से जल्द हटाए गए सफाई कर्मचारियों को दोबारा भर्ती किया जाए। डोर टू डोर कचरा उठाने वाले कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें दो महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। हड़ताल आगे भी जारी रह सकती है जो शहर के लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है। बॉक्स
डोर टू डोर कचरा उठाने वाले ठेकेदार को 20 हजार का जुर्माना
वार्डो और कचरा प्वाइंट से गंदगी उठाने का काम डोर टू डोर कचरा उठाने वाले ठेकेदार के कर्मचारियों का है। नगर परिषद ने इसके लिए सालाना ठेका दिया हुआ है। सोमवार को कचरे का उठान न होने के कारण नगर परिषद के मुख्य सफाई निरीक्षक ने ठेकेदार को नोटिस भेज दिया है। नोटिस के साथ एमएस इंटरप्राइजिज के ठेकेदार को 20 हजार रुपये का जुर्माना भी लगा दिया है। अगर मंगलवार को भी सफाई कर्मचारियों ने कचरा नहीं उठाया तो जुर्माना राशि बढ़ा दी जाएगी। हड़ताल के कारण घरों से कचरे का उठान नहीं हो पाया है।
एक ट्रैक्टर के सहारे शहर
नगर परिषद के पास कचरा उठाने वाले दो ही ट्रैक्टर हैं। इनमें से एक ट्रैक्टर और 40 सफाई कर्मचारियों को राजौंद भेज दिया गया था। शहर में मात्र एक ही ट्रैक्टर से कचरा उठान का कार्य किया गया। कुछ सफाई कर्मचारी अधिकारियों के कहने से काम पर लौट गए थे, जिनसे काम करवाया गया। मात्र एक ट्रैक्टर से करीब 50 टन कचरा उठाना संभव नहीं है। ठेकेदार के वाहनों से ही कचरा उठाया जाता है। बॉक्स
सफाई कर्मचारी संघ के ब्लाक प्रधान रामशरण ने बताया कि हटाए गए कर्मचारियों को दोबारा काम पर न रखने के विरोध मे हड़ताल शुरू कर दी गई है। फिलहाल दो दिनों तक हड़ताल जारी रखी जाएगी। उसके बाद भी अगर उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो राज्य कमेटी से बाद करके कोई भी बड़ा फैसला लिया जा सकता है। नगर परिषद के मुख्य सफाई निरीक्षक मोहन भारद्वाज ने बताया कि सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण कचरे का उठान नहीं हो पाया। कर्मचारियों से बातचीत की जा रही है। उम्मीद है मंगलवार को कर्मचारी काम पर लौट आएंगे। इसके अलावा डोर टू डोर कचरा उठाने वाले ठेकेदार को कचरा न उठाने के कारण 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है।