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सीवन में टूटी गलियों का नहीं हुआ निर्माण

आदर्श गांव सीवन में सीवरेज निर्माण कार्य के बाद टूटी गलियों के कारण ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। कस्बा में सीवरेज निर्माण कार्य शुरू हुए डेढ़ साल बीत चुका है। इसके चलते अधिकतर गलियों को तोड़ा गया था।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Feb 2020 09:21 AM (IST)Updated: Mon, 10 Feb 2020 09:21 AM (IST)
सीवन में टूटी गलियों का नहीं हुआ निर्माण
सीवन में टूटी गलियों का नहीं हुआ निर्माण

जागरण संवाददाता, कैथल :

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आदर्श गांव सीवन में सीवरेज निर्माण कार्य के बाद टूटी गलियों के कारण ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। कस्बा में सीवरेज निर्माण कार्य शुरू हुए डेढ़ साल बीत चुका है। इसके चलते अधिकतर गलियों को तोड़ा गया था। गलियों में सीवरेज डालने के बाद भी गलियों का दोबारा निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। सीवरेज निर्माण कार्य में गलियों के निर्माण कार्य न होने से ग्रामीण व राहगीर परेशान है। गलियों के टूटने से राहगीरों का गांव में गुजरना भी दुर्भर हो गया है।

उम्मीदों के मुताबिक नहीं हुआ कार्य :

ग्रामीण और लोक सेवा मंच के अध्यक्ष ओमप्रकाश मुटरेजा ने बताया कि एक साल पहले जब कस्बा में सीवरेज निर्माण का कार्य शुरू हुआ था तो यहां लोगों को गांव में विकास कार्य होने की काफी उम्मीद जगी थी, लेकिन गांव में कोई भी ऐसी गली नहीं थी, जिसे नहीं तोड़ा गया था। गलियों को तोड़ने के बाद इसमें सीवरेज तो डाल दिए, लेकिन गलियों दोबारा नहीं बनाई गई। ग्राम पंचायत की ओर से सीवरेज निर्माण की आड़ में गांव की गलियां उखाड़ी गई, इन्हें दोबारा नहीं बनाया गया है।

बारिश में होती अधिक परेशानी :

ग्रामीण अमरजीत मदान ने बताया कि गांव में गलियों का निर्माण न होने से बारिश होने पर ग्रामीणों को अधिक परेशानी होती है। गांव में अधिकतर गलियों को सीवरेज निर्माण के चलते तोड़ने के बाद दोबारा नहीं बनाया गया है। जिस कारण अधिक परेशानी होती है। कार्य करवा रहे विभाग को सीवरेज डालने के तुरंत बाद गली का निर्माण करवाना चाहिए।

यहां है समस्या :

कस्बा में धोला दरवाजा, क्रांति मोहल्ला, बो पट्टी मोहल्ला, नागा बाबा रोड मोहल्ला, रणमोचन कालोनी, तकिया वाला कुआं, अस्पताल रोड पर गुमगड़ मोहल्ला, आंबेडकर बस्ती सहित अन्य कालोनियों गलियों में टूटने की समस्या से लोग परेशान है।

यह है गांव का इतिहास :

इतिहासकारों के अनुसार जब भगवान श्री राम ने धोबी के टाले पर माता सीता का त्यागकर दिया था, तब वनवास का कुछ काल माता सीता ने सीवन मे व्यतीत किया। सीवन के आसपास घना वन था, उस वन का नाम सीया वन था, जो सीवन बना। उसके बाद से ही लोग यहां पर बसने लगे। तभी से यह गांव बना। कस्बा की वर्तमान में करीब 35 हजार की आबादी है और 15 हजार के करीब मतदाता है। यहां पर 70 प्रतिशत जनसंख्या शिक्षित है।

चल रहा है कार्य : सरपंच

सीवन के सरपंच प्रतिनिधि अमरेंद्र खारा ने बताया कि कस्बा में चल रहे सीवरेज निर्माण कार्य के तहत मोहल्ला के अनुसार कार्य पूरा होने के बाद गलियां बनाने का कार्य भी किया जा रहा है। अधिकतम गलियों का निर्माण कार्य पूरा करवा भी दिया गया है, अन्य गलियों का भी जल्द निर्माण करवा लिया जाएगा।


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