निरीक्षण के दौरान सात खेल नर्सरियों में नहीं मिले कोच और बच्चे
जिला खेल विभाग की ओर से जिले के विभिन्न स्कूलों में खेल नर्सरियां चलाई जा रही हैं। इसमें करीब 34 खेल चल रही हैं जिसमें सैंकड़ों खिलाड़ी विभिन्न खेलों का अभ्यास कर रहे हैं।
सुनील जांगड़ा, कैथल : जिला खेल विभाग की ओर से जिले के विभिन्न स्कूलों में खेल नर्सरियां चलाई जा रही हैं। इसमें करीब 34 खेल चल रही हैं, जिसमें सैंकड़ों खिलाड़ी विभिन्न खेलों का अभ्यास कर रहे हैं। जिला खेल अधिकारी सतविद्र गिल ने नर्सरियों में व्यवस्था देखने के लिए निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सात खेल नर्सरियों में कोच और बच्चे पूरी संख्या में नहीं पाए गए। विभाग की ओर से सभी नर्सरियों को नोटिस जारी कर दिया गया है। अगर दोबारा किए गए निरीक्षण में भी कोच व खिलाड़ी नहीं पाए जाते हैं तो नर्सरी को बंद कर दिया जाएगा।
एक खेल नर्सरी में 25 खिलाड़ी ट्रेनिग लेते हैं। उनके रहने व खाने का इंतजाम विभाग की ओर से किया जाता है। आठ से 14 साल के खिलाड़ियों को सरकार की ओर से 1500 रुपये हर महीने दिए जाते हैं। 15 से 19 आयु के खिलाड़ियों को दो हजार रुपये महीना दिए जाते हैं।
खेल नर्सरियों में यह मिली व्यवस्था
खेल अधिकारी की ओर से दो बार शेमरॉक स्कूल में बास्केटबाल खेल नर्सरी का निरीक्षण किया गया। दोनों बार कोच व खिलाड़ी नहीं मिले जिस कारण उसे बंद कर दिया गया है। इसके अलावा जाट स्कूल कैथल, गांव टयोंठा, गांव प्यौदा, सीवन, रोहेड़ा, पूंडरी में तक्षिला को स्पष्टीकरण का नोटिस जारी कर दिया गया है। इन खेल नर्सरियों में कुछ में कोच नहीं थे और कुछ में बच्चों की संख्या पूरी नहीं पाई गई थी। इसके अलावा गांव देवबन व कांगथली में चल रही हैंडबाल की नर्सरी सुचारू रूप से चलती पाई गई। दोनों जगहों पर कोच भी मिले और खिलाड़ी भी पूरी संख्या में मौजूद थे।
नोटिस जारी किया
जिला खेल अधिकारी सतविद्र गिल ने बताया कि खेल नर्सरियों में व्यवस्था जांच करने के लिए निरीक्षण किया गया था। सात खेल नर्सरियों में निरीक्षण के दौरान कोच व बच्चे पूरे नहीं मिले। उन्हें स्पष्टीकरण का नोटिस जारी कर दिया गया है। शेमरॉक स्कूल में चल रही खेल नर्सरी को बंद कर दिया गया है।