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सीएम मनोहर लाल बोले- मानसून से पहले करें बाढ़ बचाव प्रबंध की तैयारी

सीएम मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मानसून से पहले बाढ़ बचाव प्रबंधन के सभी इंतजाम पूरे किए जाएं। पूरे प्रदेश में आम जन के लिए बिजली पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी नहीं रहनी चाहिए।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Jun 2019 10:45 AM (IST)Updated: Fri, 14 Jun 2019 10:45 AM (IST)
सीएम मनोहर लाल बोले- मानसून से पहले करें बाढ़ बचाव प्रबंध की तैयारी

जागरण संवाददाता, कैथल : सीएम मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मानसून से पहले बाढ़ बचाव प्रबंधन के सभी इंतजाम पूरे किए जाएं। पूरे प्रदेश में आम जन के लिए बिजली, पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी नहीं रहनी चाहिए। किसी भी स्थान से जनता की शिकायत इस विषय पर नही आनी चाहिए। बरसात के दिनों में पानी निकासी की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नही करना पड़े। सभी संबंधित विभाग आपसी तालमेल से कार्य करें।

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मुख्यमंत्री वीडियो काफ्रेंसिग के माध्यम से बाढ़ प्रबंधन, पानी निकासी, गर्म हवा से बचाव आदि विषयों पर प्रदेश के उपायुक्तों के साथ समीक्षा कर रहे थे। इस मौके पर उनके साथ हरियाणा के मुख्य सचिव डीएस ढ़ेसी व एफसीआर केसनी आनंद अरोड़ा सहित अन्य उच्चाधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपसी तालमेल के साथ बाढ़ बचाव संबंधित कार्यों को पूरा किया जाए। नहरों के नजदीक होने वाले संभावित कटाव पर विशेष निगरानी रखी जाए। नालों व ड्रेनों की सफाई का कार्य समय रहते पूरा कर लिया जाए। आम जन को भीषण गर्मी से बचाव के बारे में भी जागरूक किया जाए।

वीडियो कांफ्रेंसिग में समीक्षा के दौरान डीसी डॉ. प्रियंका सोनी ने बताया कि जिला में कुल 24 डे्न है, जिनकी सफाई का कार्य चल रहा है। लगभग 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है, 30 जून तक शेष बचे कार्य को भी पूर्ण कर लिया जाएगा। बाढ़ प्रबंधन तथा पानी निकासी के लिए जिला के 4 कार्यों में से तीन कार्य पूर्ण हो चुके हैं और एक पर कार्य चल रहा है। उन्होंने बताया कि घग्घर नदी पर इनलेट की व्यवस्था की जा चुकी है। मानस ड्रेन तथा माघो माजरी पर पुल का निर्माण किया जा चुका है।

गांव खरक में विभिन्न गांवों के लगभग 1500 एकड़ भूमि में संभावित बाढ़ के पानी को निकालने की व्यवस्था के लिए पाईप लाईन का कार्य जारी है। इस पानी को पूंडरी ड्रेन में डालने की व्यवस्था की जा रही है।

123 तालाबों को भरवाया जाएगा

डीसी ने बताया कि जिला के विभिन्न गांव में 123 तालाब हैं, जिन्हें भरवाया जा चुका है, ताकि पशुओं को पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध हो सके। जिला में 16 स्थाई पंप हाउस हैं तथा पानी की निकासी के लिए 44 पंप की व्यवस्था है। इसके साथ-साथ 70 मोबाईल डीजल पंपिग सैट है और 35 मोबाईल इलेक्ट्रिक पंपिग सैट की व्यवस्था की गई है, जोकि पर्याप्त है। बेलदारों के माध्यम से सभी नहरों को चेक करवाया गया है और भविष्य में भी नहरों की जांच निरंतर जारी रहेगी। जिला में बाढ़ प्रबंधन के लिए पर्याप्त मात्रा में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध है। सामान्य अस्पताल को हॉटलाइन से जोड़ा गया है। बाढ़ प्रबंधन के लिए जिला में कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है।

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