कुराड़ गांव में दम तोड़ रहा स्वच्छता अभियान
संवाद सहयोगी,धनौरी: सरकार की तरफ से चलाया जा रहा स्वच्छ भारत अभियान कुराड़ गांव में दम
संवाद सहयोगी,धनौरी: सरकार की तरफ से चलाया जा रहा स्वच्छ भारत अभियान कुराड़ गांव में दम तोड़ गया है। मुख्य माइनर के साथ लगती कालोनी व साथ सटे अन्य आवासीय क्षेत्रों की गलियों में बिना बरसात गंदा पानी हिलोरे मार रहा है। लंबे समय से निकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण जमा गंदे पानी के कारण गलियों में दल-दल बन गई है।
ग्रामीण सूबे कुराड़, शमशेर ¨सह, पाला राम, रमेश कुमार, पाला राम ने कहा कि कीचड़ से सनी गलियों के कारण महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गो का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। निकासी की ठप्प व्यवस्था के कारण गंदे पानी ने घर के आंगन के अंदर तक दस्तक दे दी है। इन हालातों में लोगों का जीवन नरक बना है।
ग्रामीणों ने कहा कि एक तरफ सरकार गली-गली सफाई का झाडू चलाने का दावा करती है। जबकि जमीनी हकीकत कोसों दूर हे। लोग सफाई को लेकर सजग हैं। जब गलियां सफाई के लायक ही न हों तो आम आदमी आखिर क्या करे? ग्रामीण विकास के दावे इनके लिए हसीन सपने नहीं तो और क्या हैं? चाहिए तो यह था कि ग्रामीण विकास को रफ्तार देने के लिए गलियों, नालियों और दूसरी बुनियादी सुविधाओं को विशेष योजना तय कर मजबूत किया जाता। लेकिन शासन-प्रशासन में तालमेल का अभाव होने के कारण करोड़ों रुपए की योजनाएं लोगों के लिए ख्वाब बनकर रह गई हैं।
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यूं कैसे होगा नगरों की तर्ज पर विकास : ग्रामीणों ने कहा कि गांव की दशा बदलने के लिए सरकार के प्रतिनिधि आए दिन नगरों की तर्ज पर ग्रामीण विकास के दावे करते हैं। हवा में तीर मारने वालों को यह जान लेना चाहिए कि समग्र विकास के लिए योजनाओं को दावों और फाइलों से बाहर निकालना पड़ता है। दिखावे के तौर पर कुराड़ गांव में करोड़ों रुपए की राशि घोषित बताई जा रही है। इस राशि को कहां व्यय किया जा रहा है? यह जांच का विषय है।
वर्जन
स्वच्छता अभियान को लेकर ग्राम पंचायतों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। कुराड़ गांव की गलियों में जमा पानी की स्थिति बारे पंचायत विभाग से रिपोर्ट ली जाएगी। निश्चित रूप से निकासी व्यवस्था को बहाल किया जाएगा।
जगदीप ¨सह, एसडीएम, कलायत