जिला अस्पताल में सफाई व्यवस्था नदारद, पानी को तरसे मरीज
लोगों को स्वस्थ रखने के लिए बनाया गया नागरिक अस्पताल खुद ही बीमार है। अस्पताल में ना तो साफ सफाई रहती है और ना ही पीने के पानी की कोई सुविधा है। अस्पताल में जो मरीज इलाज करवा रहे हैं उनका कहना है कि अस्पताल में मच्छरों की भरमार है।
जागरण संवाददाता, कैथल : लोगों को स्वस्थ रखने के लिए बनाया गया नागरिक अस्पताल खुद ही बीमार है। अस्पताल में ना तो साफ सफाई रहती है और ना ही पीने के पानी की कोई सुविधा है। अस्पताल में जो मरीज इलाज करवा रहे हैं, उनका कहना है कि अस्पताल में मच्छरों की भरमार है। शाम होते ही मच्छरों का प्रकोप अचानक बढ़ जाता है। उन्हें यह नहीं समझ आ रहा है कि वे यहां इलाज करवाने आए हैं कि बीमार होने। मच्छरों को भगाने के लिए अस्पताल में कोई सुविधा नहीं है। इसके साथ ही अस्पताल परिसर में रखे तीन वाटर कूलर खराब पड़े हैं। अब गर्मियों का मौसम आने वाला है और मरीजों के लिए तो वैसे भी पानी की जरूरत पड़ती ही रहती है। अस्पताल में इलाज कराने के लिए पांच रुपये की पर्ची कटती है यानि इलाज पांच रुपये में मिल जाता है, लेकिन पीने के पानी के लिए 20 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। मरीज के परिजन या तो 20 रुपये खर्च करते हैं या घर से ही बोतलों में पानी लेकर आते हैं।
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सुबह के समय शौचालय में नहीं आता पानी
मरीजों ने बताया कि नागरिक अस्पताल के शौचालयों में सुबह के समय पानी नहीं आता है, जिससे मरीजों को परेशानी उठानी पड़ती है। सुबह के समय गंदगी फैल जाती है। शौच के लिए उन्हें नागरिक अस्पताल में बने शौचालयों के चक्कर काटने पड़ते हैं। किसी शौचालय में पानी मिल भी जाता है, लेकिन ज्यादातर शौचालय में सुबह के समय पानी की सप्लाई नहीं होती।
बॉक्स : पीने के पानी की कोई सुविधा नहीं
सुशील कुमार निवासी भाणा ने बताया कि वह अपनी पत्नी का इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल में आया है। दो दिन से वह अस्पताल में ही, लेकिन यहां पीने के पानी की कोई सुविधा नहीं है। उन्हें 20 रुपये में पानी की बोतल लेनी पड़ती है और दिन में दो से तीन बोतल पानी की लग जाती है। उनकी मांग है कि जिला प्रशासन को कम से कम पानी का तो ठीक से इंतजाम करना चाहिए।
बॉक्स : मच्छरों से कोई बचाव नहीं
हवा सिंह निवासी नरड़ ने बताया कि वह अपने बेटे के इलाज के लिए सात दिन से नागरिक अस्पताल में आया हुआ है। शाम के समय अस्पताल के कमरे में मच्छरों की भरमार हो जाती है। रात भर मच्छर काटते रहते हैं। अस्पताल प्रशासन की ओर से मच्छरों से बचाव के लिए कोई प्रबंध नहीं किया गया है।
बॉक्स : अब तक नहीं मिली कोई शिकायत
डीसी डॉ. प्रियंका सोनी ने बताया कि अस्पताल में खामियों की उनके पास कोई शिकायत नहीं आई है। अगर अस्पताल में पीने के पानी की समस्या है तो जल्द ही सिविल सर्जन को बोलकर सभी समस्याओं को दूर करवाया जाएगा। जरूरत पड़ी तो वे स्वयं भी जाकर अस्पताल का निरीक्षण करेंगी।