भारत बंद से नहीं चली बसें, मालवाहक वाहनों पर लगा ब्रेक
शुक्रवार को किसानों के भारत बंद के कारण सुबह से लेकर शाम तक 12 घंटे तक लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यातायात प्रभावित होने के कारण मालवाहक वाहनों पर ब्रेक लगा रहा। जहां माल ढुलाई का कार्य प्रभावित हुआ वहीं बसें न चलने के कारण यात्रियों को काफी कठिनाई झेलनी पड़ी।
जागरण संवाददाता, कैथल : शुक्रवार को किसानों के भारत बंद के कारण सुबह से लेकर शाम तक 12 घंटे तक लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यातायात प्रभावित होने के कारण मालवाहक वाहनों पर ब्रेक लगा रहा। जहां माल ढुलाई का कार्य प्रभावित हुआ, वहीं बसें न चलने के कारण यात्रियों को काफी कठिनाई झेलनी पड़ी।
बसें नहीं चलने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले विद्यार्थी यहां नहीं पहुंचे। सुबह के समय बाजार में दुकानदारों ने दुकानें तो खोली, लेकिन किसानों ने भारत बंद का आह्वान करते हुए दुकानों को बंद करवा दिया। दुकानें दोपहर बाद दोबारा से खुल गई।, लेकिन दुकाने बंद रखने के कारण दुकानदारों को धंधा ठप हुआ। एक तरफ जहां उन्हें कुछ घंटों के लिए दुकानों को बंद रखना पड़ा, वहीं उनकी दुकानों पर भारत बंद होने के कारण ग्राहक भी नहीं पहुंच पाए। पूरे बाजार में कुछ समय के लिए सन्नाटा छाया रहा है।
भारत बंद होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र से स्कूल और कालेज में पहुंचने वाले विद्यार्थी भी स्कूल और कालेजों में नहीं पहुंचे। इस दौरान केवल वही विद्यार्थी घर से बाहर निकले जिनकी परीक्षा थी। उन्हें कड़ी मशक्कत करने के बाद कोई साधन मिला।
ट्रांसपोर्टरों को भी लगा 15 लाख रुपये से फटका :
शुक्रवार को किसानों का भारत बंद होने के कारण रोडवेज की बसें पूरी तरह से बंद रही। इस दौरान न तो हरियाणा रोडवेज और न ही कोई निजी बस सड़कों पर दौड़ी। जिस कारण रोडवेज को करीब आठ लाख रुपये का नुकसान लगा है। वहीं, ट्रांसपोर्टरों को भी 15 लाख रुपये से फटका लगा है। जींद रोड स्थित भाईचारा ट्रक यूनियन के मैनेजर महावीर खटकड़ ने बताया कि भारत बंद करने के कारण उनकी 20 से अधिक गाड़ियां बीच जाम में फसी रही। वहीं, कैथल से गाड़ियों के न चलने से करीब 15 लाख रुपये के कारोबार का नुकसान हुआ है। किसानों अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन करें, लेकिन सड़कों पर जाम लगाकर आमजन को परेशान न किया जाए।
सब्जी मंडी रही बंद
भारत बंद के कारण शुक्रवार को सब्जी मंडी पूरी तरह से बंद रही। यहां पर केवल मंडी के बाहर फड़ी वालों ने ही अपनी रेहड़ियां लगाई। वहीं सब्जी मंडी में भी हिमाचल, पंजाब और दिल्ली से आने वाली सब्जियों और फलों की गाड़ियां नहीं पहुंची। इस कारण सब्जी मंडी का कार्य भी काफी प्रभावित रहा है। सब्जी मंडी में आढ़ती संजय ने बताया कि सब्जी मंडी के आढ़तियों ने किसानों के समर्थन में मंडी को भारत बंद के दौरान पूरी तरह से बंद रखा है। जिस कारण यहां पर बाहर से आना वाला माल नहीं पहुंचा है।