पेट्रोल व डीजल को जीएसटी के दायरे में लाए सरकार: बजरंग
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष एवं अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव बजरंग दास गर्ग ने कहा कि पेट्रोल व डीजल के बढ़ते दामों ने व्यापारी वर्ग की कमर तोड़ दी है। इन्हें जीएसटी के दायरे में लाया जाए। वहीं, जब जीएसटी लगा दी गई है तो मार्केट फीस व्यापारियों से क्यों वसूली जा रही है। देशभर से इसे समाप्त किया जाना चाहिए। गर्ग रविवार को कैथल की हनुमान वाटिका में आयोजित प्रदेश स्तरीय व्यापारी प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
जागरण संवाददाता, कैथल :
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष एवं अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव बजरंग दास गर्ग ने कहा कि पेट्रोल व डीजल के बढ़ते दामों ने व्यापारी वर्ग की कमर तोड़ दी है। इन्हें जीएसटी के दायरे में लाया जाए। वहीं, जब जीएसटी लगा दी गई है तो मार्केट फीस व्यापारियों से क्यों वसूली जा रही है। देशभर से इसे समाप्त किया जाना चाहिए। गर्ग रविवार को कैथल की हनुमान वाटिका में आयोजित प्रदेश स्तरीय व्यापारी प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भाजपा व्यापारियों के बिना सरकार चलाना चाहती है तो यह गलतफहमी है। व्यापारियों ने यह सोचकर वोट दिए थे कि सत्ता में आने के बाद भाजपा व्यापारियों के हित के लिए काम करेगी। जब मुख्यमंत्री का पद मनोहर लाल को दिया गया तो व्यापारियों में और ज्यादा खुशी हुई कि एक कपड़ा व्यापारी को मुख्यमंत्री बना दिया, लेकिन आज मुख्यमंत्री व्यापारियों की मांगों को अनदेखा कर रहे हैं।
इस सरकार में व्यापारियों की दुकानें जला दी गई, लेकिन मुआवजा के नाम पर उनके साथ मजाक किया गया। दो करोड़ का सामान दुकान में जला और मुआवजा पांच लाख दिया जा रहा है। यह व्यापारियों के साथ अन्याय है। इस सरकार में भ्रष्टाचार दस गुणा तक बढ़ गया है। रजिस्ट्री बनवाने के लिए रिश्वत वसूली जा रही है। इस सरकार में व्यापारी अपनी दुकान का मालिक नहीं मुंशी बनकर रह गया है।
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व्यापारियों को लूटने के
लिए छोड़ रखे दलाल
बजरंग दल ने कहा कि भाजपा सरकार ने व्यापारियों को लूटने के लिए दलाल छोड़ रखे हैं। प्रदूषण विभाग, सेल टैक्स विभाग, सैंप¨लग विभाग, मार्के¨टग विभाग सहित कई अन्य विभागों के अधिकारी व्यापारियों को बेवजह परेशान कर रहे हैं। इन विभागों के अधिकारी दलालों से मिलकर व्यापारियों के यहां छापा मारते हैं और उस राशि से सरकार का खजाना नहीं बल्कि अपना घर भर रहे हैं। सरकार को इस तरफ ध्यान देने की जरूरत है।
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दुकानें बंद होने से व्यापारी
को हो रहा नुकसान
सम्मेलन में कुछ व्यापारियों ने मंच से अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि राजनीति दलों की तरफ से कभी भारत बंद तो कभी हरियाणा बंद के नाम पर बाजार बंद करवाए जाते हैं। इसका नुकसान दुकानदारों को हो रहा है। एक तो पहले ही नोटबंदी व जीएसटी की मार से व्यापारी वर्ग परेशान हैं और ऊपर से दुकानें बंद होने से व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। आगे से व्यापारी वर्ग अपनी दुकानें बंद नहीं करेगा। सभी व्यापारियों ने इसका हाथ उठाकर समर्थन किया।
ये रखी गई मांगे
-पिछड़ रहे व्यापार की तरफ सरकार ध्यान दें।
-पेट्रोल, डीजल के दामों को जीएसटी के दायरे में लाया जाए।
-सरकार की तरफ से लगाया गया नया जजिया व्यवसाय कर समाप्त हो।
-देशभर से मार्केट फीस समाप्त की जाए।
-व्यापारियों को इंस्पेक्टरी राज से मुक्ति दिलवाई जाए।
-ज्यादा टैक्स 15 प्रतिशत व कम पांच प्रतिशत किया जाए।
-व्यापारियों की दुकानों में आग लगने या अन्य नुकसान होने पर एक करोड़ मुआवजा दिया जाए।
-व्यापारियों की सुरक्षा को लेकर प्रबंध किया जाए।
-व्यापारियों के लिए पेंशन योजना लागू की जाए।
ये रहे मौजूद
सिकंदर लाल गुप्ता, संजय गर्ग, अशोक गोयल, राजीव गुप्ता, धर्मवीर केमिस्ट, वीरभान जैन, प्रधुम्मन ¨सह, नरेंद्र मंगला, सुभाष बंस, राहुल मित्तल, संजय कुमार, जगदीश कुमार, जय नारायण बरवाला, लक्ष्मी नारायण गुप्ता, उप्पल पूंडरी, सुमीत बंसल, नरेंद्र गुप्ता, फतेह चंद सहित अन्य मौजूद थे।