बेअसर रही पंचायत, आपसी मनमुटाव से नहीं सुलझा राजपुरी गद्दी विवाद
जागरण संवाददाता, कैथल : गांव बाबा लदाना स्थित डेरा गांव बाबा लदाना स्थित डेरा राजपुरी गद्दी विवाद को सुलझाने के लिए रविवार को स्कूल में करीब 20 गांवों की पंचायत हुई। तीसरी बार भी पंचायत विफल रही। महंत को गद्दी पर बैठाने को लेकर दो पक्षों में बंटे गांव के लोग कई बार एक दूसरे से भिड़ चुके हैं। पंचायत सदस्य हर बार दोनों पक्षों को समझा बुझाकर बैठा देते, लेकिन दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे।
जागरण संवाददाता, कैथल : गांव बाबा लदाना स्थित डेरा राजपुरी गद्दी विवाद को सुलझाने के लिए रविवार को स्कूल में करीब 20 गांवों की पंचायत हुई। तीसरी बार भी पंचायत विफल रही। महंत को गद्दी पर बैठाने को लेकर दो पक्षों में बंटे गांव के लोग कई बार एक दूसरे से भिड़ चुके हैं। पंचायत सदस्य हर बार दोनों पक्षों को समझा बुझाकर बैठा देते, लेकिन दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे। एक बार तो हालात इतने खराब हो गए थे कि हाथापाई की नौबत आ गई थी। तीन बार पंचायत के बाद भी जब फैसला नहीं हुआ तो अन्य गांव के गणमान्य लोगों ने ग्रामीणों को बाहर भेज दिया और तय किया कि अगली पंचायत गांव बाबा लदाना में नहीं होगी। साथ ही अगली पंचायत में गांव का कोई व्यक्ति भाग भी नहीं लेगा। अब पड़ोसी गांव के लोग ही महंत के गद्दी विवाद को सुलझाएंगे।
इसके लिए मौजिज लोग जिला के सभी गांव का दौरा करेंगे और 36 बिरादरी के लोगों को 18 सितंबर को गांव पाडला स्थित धूंणा वाले डेरे पर होने वाली पंचायत के लिए न्योता देंगे, ताकि विवाद को सुलझाया जा सका।
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बीच में पंचायत छोड़ चले
गए दूजपुरी समर्थक
ग्रामीण डेरे में महंत को बैठाने पर चर्चा करने की बजाय एक दूसरे पर आरोप लगा रहे थे। दोनों पक्षों में पुरानी रंजिश चली आ रही है, जिसके कारण महंत का गद्दी विवाद नहीं सुलझ पा रहा है। पंचायत में भी दोनों पक्षों ने एक दूसरे को बुरा भला कहा। बाबा दूजपुरी के समर्थकों ने तो कहा कि वे अपने फैसले पर अटल हैं। सदस्यों ने नई कमेटी बनाने के फैसले से इनकार करते हुए गांव छोड़ने की बात भी कही।
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महंत के चरित्रों पर उठी उंगली
पंचायत में दोनों पक्ष एक दूसरे पर तो आरोप लगा ही रहे थे, वहीं दोनों महंतों के बारे में भी कई खुलासे किए। प्रेमपुरी पक्ष ने बाबा दूजपुरी के चरित्र भी उंगली उठाई और डेरे की संपत्ति लूटने व जाते जाते 50 लाख रुपये का लोन करवाने के प्रयासों के आरोप भी लगाए। वहीं दूसरा पक्ष बाबा दूजपुरी को गद्दी पर बैठाना चाहता है और महंत प्रेमपुरी का विरोध कर रहा है।
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पड़ोसी गांव व जिला से
आए लोग लेंगे फैसला
पंचायत की अध्यक्षता कर रहे गांव बूढा खेड़ा के सरपंच दीनानाथ शर्मा व गांव मानस के रणबीर ¨सह फौजी ने कहा कि दोनों पक्षों की बातें सुनने के बाद यही लगता है इनमें आपसी रंजिश है। जब तक इनकी आपसी रंजिश दूर नहीं होगी डेरा का विवाद गांव के लोग नहीं सुलझा सकते। इसी को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है और अगली पंचायत में जो भी निर्णय करेंगे वह पड़ोसी गांव व जिले से आए सर्व जातियों के लोग आपसी विचार विमर्श के बाद ही करेंगे। बॉक्स
पूरे देश में फैले हैं बाबा राजपुरी के डेरे
बाबा राजपुरी के पूरे देश में 360 डेरे बने हुए हैं। कैथल के गांव बाबा लदाना में बना इस मुख्य डेरे के प्रति लोगों में बहुत आस्था है। दशहरा से अगले दिन यहां विशाल मेला लगता है जहां पूरे देश से लाखों लोग डेरे में पहुंचते हैं। डेरे के पास सैकड़ों एकड़ जमीन भी है। बॉक्स
पिछले कई महीनों से चल रहा गद्दी विवाद पर प्रशासन की कड़ी नजर है। गुप्तचर विभाग के लोग विवाद के बाद से ही गांव में ही डेरा जमाए बैठे हैं और पल पल की रिपोर्ट प्रशासन को दे रहे हैं। शनिवार को भी पुलिस फोर्स पूरी तैयारी में थी। -------