बाता गांव की नथावान पट्टी में गंदा पानी पीने को मजबूर लोग
बाता गांव की नथवान पट्टी के लोग पिछले दो साल से गंदा पानी पीने को मजबूर है। गांव के सतपाल कौशिक कृष्ण शर्मा शेर सिंह नायक जंगीर सिंह कर्ण शर्मा व विकास ने बताया कि विभाग की तरफ से आपूर्ति किए जाने वाले गंदे पानी की शिकायत विभागीय अधिकारियों से कई बार कर चुके लेकिन समस्या की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा।
फोटो नं. 31
संवाद सहयोगी, कलायत : बाता गांव की नथवान पट्टी के लोग पिछले दो साल से गंदा पानी पीने को मजबूर है। गांव के सतपाल कौशिक, कृष्ण शर्मा, शेर सिंह नायक, जंगीर सिंह, कर्ण शर्मा व विकास ने बताया कि विभाग की तरफ से आपूर्ति किए जाने वाले गंदे पानी की शिकायत विभागीय अधिकारियों से कई बार कर चुके लेकिन समस्या की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा। ग्रामीण सतपाल ने बताया कि 100 के करीब परिवार इस समस्या से परेशान हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सजूमा रोड पर नहर के पास जो बोर लगा था उसका पानी इतना कम हो गया था कि वह सभी को उपलब्ध ही नहीं होता था। जनस्वास्थ्य विभाग से बार-बार गुहार लगाने के बाद विभाग ने जो दूसरा बोर लगाया उसका पानी दो साल बाद भी साफ नहीं हो पाया। पूरी तरह से रेतिला पानी की लोगों को दिया जा रहा है। प्रशासन से मांग है कि इस समस्या की तरफ ध्यान दिया जाए, ताकि कोई दिक्कत न आए।
समस्या को दूर किया जाएगा
जन स्वास्थ्य विभाग के कनिष्ठ अभियंता कुलदीप गिल ने बताया कि गांव बाता के अधिकांश हिस्से में पानी सीधे बोर से ही सप्लाई किया जाता है। नथवान पट्टी के इस हिस्से में सभी घरों को पानी नही पहुंच पा रहा था। दो वर्ष पूर्व विभाग ने नहर के पास ही दूसरा बोर लगा दिया ताकि पानी की उपलब्धता बनी रहे। पानी के साथ रेत आ जाता है तो इस समस्या को दूर किया जाएगा।