फल्गु मेले पर थर्मोकोल और पोलिथिन पर रहेगी पाबंदी
फल्गु मेला शुरू होने से पूर्व अधिकारी सभी आवश्यक प्रबंध पूर्ण करना सुनिश्चित करें। इस वर्ष मेले में थर्मोकोल व पोलिथिन के प्रयोग पर पूर्ण रूप से पाबंदी रहेगी। यह बातें डीसी धर्मवीर ¨सह ने कही।
जागरण संवाददाता, कैथल : फल्गु मेला शुरू होने से पूर्व अधिकारी सभी आवश्यक प्रबंध पूर्ण करना सुनिश्चित करें। इस वर्ष मेले में थर्मोकोल व पोलिथिन के प्रयोग पर पूर्ण रूप से पाबंदी रहेगी। यह बातें डीसी धर्मवीर ¨सह ने कही।
वह फरल गांव में पवित्र फल्गु तीर्थ पर मेला प्रशासक जगदीप ¨सह व अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ मेले की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने फल्गु तीर्थ के विकास के लिए चार करोड़ 98 लाख रुपये की राशि दी है, जिससे यहां पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे फल्गु मेला को आने वाली सभी मुख्य सड़कों की मरम्मत के कार्य की गति बढ़ाए। ताकि यह समय पर पूरा हो सके। इन सड़कों में महाराणा प्रताप चौक से तीर्थ तक, खेड़ी मटरवा व स्कूल से विश्राम गृह के अलावा तीर्थ के तालाब के चारों तरफ परिक्रमा मार्ग शामिल है। उन्होंने पूंडरी-ढांड सड़क के चार मार्गीकरण के लिए उखाड़ी गई सड़क को भी वाहनों के चलने योग्य करने के निर्देश दिए।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे गांव में स्थित राजकीय उच्च विद्यालय परिसर में इकट्ठे हुए वर्षा के पानी की शीघ्र निकासी सुनिश्चित करें। इसके अलावा सड़क के साथ-साथ अस्थायी नाला खुदवाकर पानी की निरंतर निकासी के प्रबंध किए जाएं।
तीर्थ का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे तीर्थ के पश्चिम-उत्तर की चहारदिवारी को मंदिर तक पूरा करवाएं। घाट पर लाइटें, पीने के पानी, अस्थायी शौचालयों की व्यवस्था भी दुरुस्त होनी चाहिए।
ग्रामीणों से जानी समस्या
उन्होंने ग्रामीणों से भी गांव की समस्याओं के बारे में जानकारी हासिल की तथा मौके पर उपस्थित संबंधित अधिकारियों को इनके निवारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तीर्थ स्थल पर स्थायी रूप से महिलाओं व पुरूषों के लिए अलग-अलग शौचालयों का निर्माण करवाया जाएगा ताकि तीर्थ स्थल पर आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
चहारदीवारी का जायजा लिया
उन्होंने तीर्थ स्थल पर महिला घाट के निर्माण तथा चहारदीवारी के निर्माण का भी जायजा लेते हुए अधिकारियों से कहा कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने सरपंच को तीर्थ स्थल से क्षतिग्रस्त पेड़ों को हटवाने को कहा, ताकि यहां साफ-सफाई व अन्य आवश्यक प्रबंध किए जा सकें। 13 सितंबर को जन स्वास्थ्य विभाग पवित्र तालाब में शुद्ध पानी भरेगा। मेला प्रशासक जगदीप ¨सह ने कहा कि सरकार से प्राप्त धनराशि मेला क्षेत्र को विकसित करने में खर्च की जाएगी।
इस मौके पर लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता राजकुमार, जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता वीके गुप्ता, नायब तहसीलदार सुरेश कुमार, ढांड की खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कंचन लता, सरपंच अमरेंद्र ¨सह मौजूद रहे।