वायु प्रदूषण से हो रही हानि के प्रति जागरूक करने को विद्यार्थियों ने निकाली रैली
बढ़ते वायु प्रदूषण के प्रति जागरूकता के लिए गुरुकुल तक्षशिला अहमदपुर-रसीना के विद्यार्थियों ने जागरूकता रैली निकाली। छात्रों ने रैली के दौरान वायु प्रदूषण से होने वाली हानियों से अवगत कराया। साथ ही देश-प्रदेश की स्थिति से भी अवगत कराया।
संवाद सहयोगी, ढांड :
बढ़ते वायु प्रदूषण के प्रति जागरूकता के लिए गुरुकुल तक्षशिला अहमदपुर-रसीना के विद्यार्थियों ने जागरूकता रैली निकाली। छात्रों ने रैली के दौरान वायु प्रदूषण से होने वाली हानियों से अवगत कराया। साथ ही देश-प्रदेश की स्थिति से भी अवगत कराया। छात्रों ने बड़े-बड़े बैनर बनाएं। इसमें उन्होंने वायु प्रदूषण के कारणों को प्रदर्शित किया। रोकथाम के तरीके बताते हुए भविष्य की चेतावनी दी। छात्रों ने कहा कि छोटी-छोटी जरूरतों के लिए हम सबको पैदल चलना चाहिए। यह कार्यक्रम गुरुकुल तक्षशिला के प्रशासक राम मेहर वशिष्ठ की अध्यक्षता में एवं अगुवाई प्रिसिपल डॉ. संत कौशिक ने की। कार्यक्रम में विशेष रूप से गुरुकुल के वाइस चेयरमैन ओमप्रकाश व सचिव कृष्ण पाल भी मौजूद थे। डॉ. संत कौशिक ने कहा कि प्रदूषण को रोकने के लिए बच्चे अहम भूमिका अदा कर सकते हैं। वायु प्रदूषण पर रोक पाने के लिए यह जागरूकता रैली निकाली गई। रैली दौरान गांव के सरपंच श्याम सुंदर कौल एवं गुरुकुल तक्षशिला के प्रशासक राम मेहर वशिष्ठ ने हरी झंडी देकर रैली को रवाना किया। राम मेहर वशिष्ठ ने बताया कि लगातार बढ़ रही वाहनों की संख्या से हवा खराब हो रही है। यानी वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। प्रदेश की हालत के लिए वाहनों से निकलने वाला धुआं सबसे अधिक जिम्मेदार है। ऐसे में हमें चाहिए कि अपने अधिकतम कार्य पैदल या साइकिल से ही करें। बहुत ही जरूरी हो तो ही वाहन का प्रयोग करें। इससे पेट्रोल बचेगा, पैसा बचेगा, सड़कों पर ट्रैफिक कम रहेगा, शरीर स्वस्थ बनेगा और पर्यावरण प्रदूषित होने से बचेगा। इस दौरान कौल में रैली का स्वागत गांव निवासियों ने किया। रैली गांव के बस स्टैंड से शुरू होकर मेन बाजार, सिरसा ब्रांच नहर के पुल की तरफ से संगरौली, टयोंठा से होते हुए गुरुकुल तक्षशिला अहमदपूर रसीना में जाकर संपन्न हुई। इस मौके पर कोच बलकार सिंह, रेनू, अध्यापक सत्यादेव, विनोद कुमार, प्रवीण कुमार, हर्ष कुमार, खुशीराम, मनीष कुमार, दिनेश, बलवान सिंह, संजय कुमार, पूनम, मंजू, प्रियंका, सोनिया, रिपल व सबीना आदि मौजूद थे।