बिना पंजीकरण और नबंर प्लेट के शहर में दौड़ रहे ऑटो
शहर में बिना पंजीकरण के दौड़ रहे ऑटो दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। मुख्य सड़कों पर बेखौफ दौड़ रहे इन तिपहिया वाहनों के कारण यातायात बाधित हो रहा है। सड़क पर जहां कोई सवारी दिखती है, चालक वहीं ब्रेक लगा देते हैं। कई बार तो पीछे से आ रहे वाहन चालक इनसे टकरा कर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल :
शहर में बिना पंजीकरण के दौड़ रहे ऑटो दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। मुख्य सड़कों पर बेखौफ दौड़ रहे इन तिपहिया वाहनों के कारण यातायात बाधित हो रहा है। सड़क पर जहां कोई सवारी दिखती है, चालक वहीं ब्रेक लगा देते हैं। कई बार तो पीछे से आ रहे वाहन चालक इनसे टकरा कर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।
वहीं, चालकों के बीच यात्रियों को बैठाने की होड़ लगी रहती है। एक दूसरे से आगे निकलने के लिए चालक ऑटो को तेज गति से चलाते हैं। शहर के मुख्य पिहोवा चौक और करनाल रोड़ स्थित सर छोटूराम चौक पर लाल बत्ती पार होते ही ऑटो का जमावड़ा रहता है। जैसे ही बत्ती हरी होती है। तेजी से निकलने वाले वाहन कई बार ऑटो से टकरा जाते हैं।
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चालकों का किया जा रहा चालान
बेरोजगारी के साथ-साथ शहर में ऑटो की संख्या भी बढ़ रही है। शहर की सड़कों पर इस समय 2500 से ज्यादा ऑटो दौड़ रहे हैं, लेकिन रजिस्ट्रेशन 700 से भी कम का है। हालांकि जिला यातायात पुलिस द्वारा नियमों का उल्लंघन करने वाले ऑटो चालकों का चालान किया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद नियमों की धज्जियां चालक उड़ा रहे हैं। बिगड़ी यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए वर्ष 2013 में ऑटो का रजिस्ट्रेशन कर चालकों को नंबर दिए थे और स्टैंड भी निर्धारित किए थे। इसके बाद दो से तीन महीने तक तो ऑटो चालक इन नियमों पर चलने के बाद में चालकों ने अपनी मर्जी से ही नंबरों को बदल लिया।
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स्टैंड पर नहीं रूक रहे ऑटो :
यातायात को सुचारू रखने के लिए शहर में ऑटो चालकों के लिए 15 स्टैंड निर्धारित किए थे। इनमें नया व पुराना बस स्टैंड, जींद रोड, चंदाना गेट, सीवन गेट, डोगरा गेट, अर्जुन नगर, माता गेट, सिविल अस्पताल, खुराना रोड, विश्वकर्मा चौक सहित अन्य जगह पर स्टैंड बनाए थे ताकि यहां से आटो चालक सवारी उठा सकें। कुछ समय तो चालकों ने स्टैंड पर ऑटो लगाए, लेकिन बाद में फिर से सड़कों पर खड़ा करने लगे हैं।
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नियमों की सरेआम उड़ रही धज्जियां
ऑटो चालक इन्हें चलाने के लिए निर्धारित किए गए मानदंडों पर भी खरा नहीं उतर रहे। नियमों के अनुसार चालक शहर के अंदर या फिर पांच किलोमीटर के दायरे में ऑटो चला सकते हैं। इसके लिए उनके पास रजिस्ट्रेशन होना भी जरूरी है। कम आयु के युवक व अनफिट चालक इन्हें नहीं चला सकते, लेकिन शहर में सभी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
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जांच के लिए चलाया जाएगा अभियान :
एसडीएम कमलप्रीत कौर ने कहा कि शहर में दौड़ रहे ऑटो की जांच के लिए अभियान चलाया जाएगा। नियमों पर खरा नहीं उतरने वाले आटो चालकों के चालान किए जाएंगे। जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं है, उन्हें इंपाउंड किया जाएगा।