विकास कार्यो में धांधली के विरोध में क्योड़क के एक और पंच का इस्तीफा
जागरण संवाददाता, कैथल: मुख्यमंत्री मनोहर लाल के गोद लिए गांव क्योड़क में विकास कार्यों के नाम पर दो हिस्सों में बंटी पंचायत के एक और पंच ने इस्तीफा दे दिया। सरपंच बलकार आर्य और प्रशासनिक अधिकारियों पर निर्माण कार्य में धांधली का आरोप लगाकर वार्ड नंबर 15 के पंच राजकुमार मीडिया के सामने आए और त्याग पत्र देने की घोषणा की। इसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा डीसी धर्मवीर ¨सह को सौंपा। राजकुमार ने कहा कि सरकार बड़ी धन राशि गांव के विकास के लिए भेज रही है, लेकिन प्रशासन और सरपंच की मिलीभगत से कुल राशि का कम ही हिस्सा खर्च हो रहा है। बड़ा हिस्सा भ्रष्टाचार के चलते जमीनी स्तर पर नहीं लग रहा है।
जागरण संवाददाता, कैथल: मुख्यमंत्री मनोहर लाल के गोद लिए गांव क्योड़क में विकास कार्यों के नाम पर दो हिस्सों में बंटी पंचायत के एक और पंच ने इस्तीफा दे दिया। सरपंच बलकार आर्य और प्रशासनिक अधिकारियों पर निर्माण कार्य में धांधली का आरोप लगाकर वार्ड नंबर 15 के पंच राजकुमार मीडिया के सामने आए और त्याग पत्र देने की घोषणा की। इसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा डीसी धर्मवीर ¨सह को सौंपा। राजकुमार ने कहा कि सरकार बड़ी धन राशि गांव के विकास के लिए भेज रही है, लेकिन प्रशासन और सरपंच की मिलीभगत से कुल राशि का कम ही हिस्सा खर्च हो रहा है। बड़ा हिस्सा भ्रष्टाचार के चलते जमीनी स्तर पर नहीं लग रहा है।
शिकायतकर्ता सेठपाल तंवर ने सीएम ¨वडो में एक गली की शिकायत लगाई थी। इसकी रिपोर्ट में सरपंच व ग्राम सचिव को दोषी मानकर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की संस्तुति की गई थी। प्रशासन इस रिपोर्ट को दबाने और लीपापोती कर सरपंच को बचाने में लगा है। यह रिपोर्ट डीसी कार्यालय में दो जुलाई से पड़ी है। पंच ने कहा कि उन्हें प्रशासन पर अब कोई विश्वास नहीं है। उन्होंने डीसी से मांग की है कि उन सहित सभी 10 पंचों को कार्यभार से मुक्त करें।
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भूख हड़ताल की अनुमति मांगी
शिकायतकर्ता सेठपाल, वार्ड सात से पंच शिखा देवी के पति देवराज, वार्ड 10 से पंच बलकार, विकास तंवर, बलराज, सुधीर, कपिल तंवर, कपिल राणा, सुखबीर ने कहा कि भ्रष्टाचार के इस मामले की जांच मुख्यमंत्री के उड़नदस्ते से कराई जाए। पंच राजकुमार ने बताया कि इस्तीफा देने वाले सभी दस पंच जिला मुख्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठना चाहते हैं। इसकी अनुमति प्रदान की जाए।
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पहले इन्होंने दिए थे इस्तीफे
28 अगस्त को प्रेस वार्ता के दौरान वार्ड नंबर एक से पंच राजेश कुमार, वार्ड नंबर तीन से रेखा देवी, वार्ड नंबर सात से शिखा देवी, वार्ड नंबर 10 से बलकार, वार्ड नंबर 11 से गीता रानी, वार्ड नंबर 19 से नरेश कुमार ही मौजूद थे। उसके अलावा सरपंच के खिलाफ शिकायत करने वाला सेठपाल भी मौजूद था। वार्ड नंबर 14 से अफसर ¨सह, वार्ड नंबर 20 से सुधीर कुमार ने हस्ताक्षर तो किए, लेकिन खुद मौजूद नहीं थे।
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यह थी जांच रिपोर्ट
बीडीपीओ सुमित चौधरी ने जांच के बाद डीसी को जो फाइल भेजी थी, उसमें सरपंच व ग्राम सचिव पर कार्रवाई के लिए लिखा था। एसडीओ पंचायती राज, दो कनिष्ठ अभियंता ने जांच में पाया कि सतपाल के घर से वालियों वाली चक्की तक 7687 ब्लॉक का खर्च अधिक दिखाया गया है। गली उखाड़कर जो पुरानी ईंटें बरामद हुई स्टॉक रजिस्टर में उसका कोई रिकार्ड नहीं है। एक अन्य जांच में बीडीपीओ ने सरपंच को लिखा है कि बाबा राजपुरी के डेरे को जाने वाली सड़क पर प्रशासन के द्वारा 10 लाख का खर्च दिखाया गया है। उन्हें आशंका है कि इस पर इतना खर्च नहीं हुआ है। सीएम ¨वडो पर शिकायत के बाद जांच व पैमाइश की गई तो 24877 रुपये रिकवरी बनती है जो एक सप्ताह के अंदर जमा करवाएं। यदि कोई सबूत या कुछ कहना है तो इस बारे में जवाब दाखिल करें।
वर्जन
यह सारे पंच जसबीर चेयरमैन के बहकावे में हैं। गांव में गंदी और ओच्छी राजनीति की जा रही है। मुझ पर लगाए गए मनगढ़ंत आरोपों की जांच चल रही है। जो भी रिपोर्ट आएगी उसका स्वागत किया जाएगा। किसी भी तरह का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। जल्दी ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। रही बात राजकुमार पंच की तो वह हर काम में शामिल रहे हैं।
- बलकार आर्य, सरपंच गांव क्योड़क वर्जन
गांव क्योड़क से कुछ लोग आए थे। पूरे मामले की जानकारी ली जा रही है। जल्दी ही सबको बुलाकर इस विवाद को खत्म कराने का प्रयास रहेगा।
- धर्मवीर ¨सह, डीसी।
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