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1509 के बाद 1121 धान के भी गिरे भाव, किसानों में रोष

मंडी में बासमती की 1509 किस्म फसल का उचित रेट नहीं मिलने से जहां किसान पहले से ही परेशान थे वहीं अब मंडी में 1121 किस्म की फसल लाने वाले किसान भी रेट कम मिलने से दुखी हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Oct 2020 06:08 AM (IST)Updated: Mon, 19 Oct 2020 06:08 AM (IST)
1509 के बाद 1121 धान के भी  गिरे भाव, किसानों में रोष
1509 के बाद 1121 धान के भी गिरे भाव, किसानों में रोष

जागरण संवाददाता, कैथल:

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मंडी में बासमती की 1509 किस्म फसल का उचित रेट नहीं मिलने से जहां किसान पहले से ही परेशान थे, वहीं अब मंडी में 1121 किस्म की फसल लाने वाले किसान भी रेट कम मिलने से दुखी हैं। मंडी में 1121 किस्म की फसल आना शुरू हो गया है। किसानों को 1121 किस्म का रेट 2400 रुपये मिल रहा है। वहीं पिछली बार इस धान की किस्म मंडी में 2900 रुपये तक प्रति क्विंटल तक बिकी थी। धान का कम रेट मिलने से किसान में मायूसी है। वहीं ठेके पर जमीन लेकर खेती करने वाले किसानों का कहना है कि इतने कम रेट से तो लागत मुश्किल से निकल रही है। किसानों का कहना है कि इतना कम रेट तय कर सरकार ने ठीक नहीं किया है।

लागत भी मुश्किल से निकल रही

किसान संदीप ने बताया कि इस बार 1121 का रेट बहुत कम मिल रहा है। जिन किसानों ने ठेके पर जमीन लेकर खेती की उनकी तो लागत मुश्किल से निकल पा रही है। महंगाई इस कदर बढ़ गई है। लेकिन किसानों को अपनी फसल का रेट पिछले साल से भी कम दिया जा रहा है।

किसानों को हो रहा घाटा

किसान राजेंद्र ने बताया कि इस बार के रेट ने तो 1121 किस्म की कमर तोड़ दी है। पिछले साल से भी रेट कम दिया जा रहा है। अगर सरकार को रेट बढ़ाना नहीं था तो कम से कम रेट कम भी न करती। रेट कम होने से किसानों को घाटा हो रहा है। सरकार का रेट कम करने का निर्णय गलत है।

पिछले साल से कम तय किया गया रेट

किसान रमेश ने बताया कि 1121 किस्म बीजने वाले किसानों के साथ सरकार ने ठीक नहीं किया। फसल का रेट पिछले साल से भी कम तय किया गया है। आज के दौर में हर चीज के रेट बढ़ रहे हैं । किसानों की फसल का रेट कम किया जा रहा है। सरकार ने किसानो के साथ अन्याय किया है।


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