Move to Jagran APP

लघु उद्योगों के बिजली बिलों पर 90 हजार का अतिरिक्त शुल्क

संवाद सहयोगी, पूंडरी: लघु उद्योग संगठनों एवं एक्सपैलर लघु उद्योग संगठनों एवं एक्सपैलर यूनियन फतेहपुर-पूंडरी के सदस्यों की आपात बैठक शुक्रवार को हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के जिला उपाध्यक्ष हरीशलाल के प्रतिष्ठान पर हुई। बैठक में लघु उद्योगों एवं एक्सपैलरों की बिजली संबंधी समस्याओं पर चर्चा की गई। बैठक के दौरान सभी व्यापारियों ने बिजली निगम की कार्यप्रणाली को लेकर रोष जताया और विभाग के खिलाफ नारेबाजी भी की। इस मौके पर हरीशलाल ने कहा कि बिजली निगम लघु उद्योगों खासकर ग्रामीण क्षेत्र में लगे उद्योगों को बिजली की सप्लाई सुचारू रूप में नहीं कर पा रहा। इस पर आए दिन निगम के नए-नए फरमान उद्योगों का चौपट करने पर तुले हुए है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 26 May 2018 12:04 AM (IST)Updated: Sat, 26 May 2018 12:04 AM (IST)
लघु उद्योगों के बिजली बिलों पर 90 हजार का अतिरिक्त शुल्क
लघु उद्योगों के बिजली बिलों पर 90 हजार का अतिरिक्त शुल्क

संवाद सहयोगी, पूंडरी: लघु उद्योग संगठनों एवं एक्सपैलर यूनियन फतेहपुर-पूंडरी के सदस्यों की आपात बैठक शुक्रवार को हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के जिला उपाध्यक्ष हरीशलाल के प्रतिष्ठान पर हुई। बैठक में लघु उद्योगों एवं एक्सपैलरों की बिजली संबंधी समस्याओं पर चर्चा की गई। बैठक के दौरान सभी व्यापारियों ने बिजली निगम की कार्यप्रणाली को लेकर रोष जताया और विभाग के खिलाफ नारेबाजी भी की। इस मौके पर हरीशलाल ने कहा कि बिजली निगम लघु उद्योगों खासकर ग्रामीण क्षेत्र में लगे उद्योगों को बिजली की सप्लाई सुचारू रूप में नहीं कर पा रहा। इस पर आए दिन निगम के नए-नए फरमान उद्योगों का चौपट करने पर तुले हुए है।

loksabha election banner

व्यापारियों ने कहा कि एक ओर तो सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योग लगाने की बात करती है, लेकिन जब उद्योगों को मूलभूत सुविधाएं देने की बात आती है तो सरकार लघु उद्योगों पर तरह-तरह के टैक्स और शुल्क लगाकर उनकी कमर तोड़ने का काम करती है।

उन्होंने कहा कि इस बार निगम ने एसपी (स्माल पावर)के बिजली बिलों के साथ अतिरिक्त शुल्क जो कि 60 हजार से लेकर 90 हजार रुपये तक है लगाकर भेजा है, जो कि बिल्कुल नाजायज है। हालांकि इस नाजायज वसूली के खिलाफ व्यापारियों का एक शिष्टमंडल एसडीओ से मिला, लेकिन उन्होंने इस समस्या के समाधान करने में असमर्थता जताई।

हरीशलाल ने बताया कि अब वे व्यापारियों की इस समस्या को लेकर निगम के कार्यकारी अभियंता से मिलेंगे। उन्होंने निगम के अधिकारियों और सरकार तुरंत प्रभाव से इस नाजायज वसूली पर रोक लगाए। इस मौके पर धर्मपाल कश्यप, रजनीश गर्ग, अनुराम मितल, संजय ¨सगला, विजय शर्मा, गौरव गर्ग, मणि वालिया, इंद्रजीत वालिया, बलवंत वालिया, सुरेश बिहान, सतीश कुमार, राजेंद्र कुमार, सुरेंद्र जांगड़ा व ओमप्रकाश मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.