फायर ब्रिगेड की गाड़ी से 144 लीटर डीजल गायब, होगी जांच
फायर ब्रिगेड की गाड़ी से 144 लीटर डीजल गायब होने का मामला सामने आया है। इस मामले में अधिकारी व ड्राइवर एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। अधिकारी का कहना है कि ड्राइवर के कारण ही ऐसा हुआ है, जिसकी जांच होगी।
जागरण संवाददाता, कैथल : फायर ब्रिगेड की गाड़ी से 144 लीटर डीजल गायब होने का मामला सामने आया है। इस मामले में अधिकारी व ड्राइवर एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। अधिकारी का कहना है कि ड्राइवर के कारण ही ऐसा हुआ है, जिसकी जांच होगी। जबकि ड्राइवर का कहना है कि डीजल का हिसाब अधिकारियों के पास होता है। मामला सामने आने के बाद उच्च अधिकारियों को सूचना दे दी गई है। शुक्रवार को उच्च अधिकारी कार्यालय में आकर इसकी जांच करेंगे।
बृहस्पतिवार सुबह करीब आठ बजे कार्यालय से फायर ब्रिगेड की गाड़ी बस स्टैंड पर पानी लेकर गई थी। कार्यालय के रजिस्टर के अनुसार गाड़ी में 144 लीटर डीजल था। बस स्टैंड पर पहुंचकर गाड़ी हवा लेकर बंद हो गई। इसके बाद डीजल की जांच की गई तो वह खाली मिली। कुछ देर बाद 20 लीटर डीजल डालकर उसे कार्यालय में वापस लाया गया। गाड़ी का 144 लीटर डीजल कहां गया, फिलहाल इसकी कोई जानकारी किसी अधिकारी के पास नहीं है।
बॉक्स
दो महीने पहले गाड़ी में
था 238 लीटर डीजल
13 नवंबर 2018 को गाड़ी में 130 लीटर तेल डाला गया था। 108 लीटर गाड़ी में पहले ही तेल था। गाड़ी की टंकी 240 लीटर की होती है, जिसमें 238 लीटर तेल था। इस गाड़ी को कहीं भेजा भी नहीं गया था। रोजाना गाड़ी पांच मिनट स्टार्ट की जाती है, जिसमें महीने में करीब 45 लीटर तेल खत्म हो जाता है। कुल मिलाकर दस जनवरी को गाड़ी में 144 लीटर तेल होना था। अब जांच में ही पता लग पाएगा की डीजल कहां गया। विभाग के पास कुल छह गाड़ियां हैं, जिनमें से यह सबसे ज्यादा पानी की क्षमता वाली गाड़ी है।
बॉक्स : कभी भी हो सकती अनहोनी
फायर ब्रिगेड की गाड़ी का डीजल खत्म होने के बाद बंद होना विभाग की बड़ी लापरवाही है। गाड़ी बस स्टैंड पर पानी लेकर गई थी। अगर यही गाड़ी कहीं आगजनी की घटना के लिए जाती तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी। कुछ महीने पहले जींद रोड स्थित गोदाम में आग लग गई थी। वहां जाते हुए भी गाड़ी रास्ते में तेल खत्म होने से बंद हो गई थी।
बॉक्स : ड्राइवर के पास होना चाहिए रजिस्टर
गाड़ी के ड्राइवर रणधीर ने बताया कि उन्हें गाड़ी में डीजल कितना है इसकी जानकारी नहीं होती। डीजल के रिकार्ड वाला रजिस्टर अधिकारियों के पास ही होता है। वे ही गाड़ी में डीजल भरवाते हैं। नियम के अनुसार यह रजिस्टर ड्राइवरों के पास होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।
बॉक्स : मामला संज्ञान में है
जिला उप दमकल केंद्र अधिकारी रामकुमार ने बताया कि गाड़ी में डीजल खत्म होने का मामला संज्ञान में है। मामले की जानकारी जिला फायर अधिकारी को दे दी गई है। आज अधिकारी कार्यालय में पहुंचेगे और इस मामले की जांच करेंगे। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।