पाइप लाइन से सप्लाई हो रहे घरों में गटर का पानी
संवाद सहयोगी, कलायत : सीवरेज प्रणाली और घर-घर स्वच्छ जल पहुंचाने की परियोजना में व्याप्त भ्रष्टाचार
संवाद सहयोगी, कलायत : सीवरेज प्रणाली और घर-घर स्वच्छ जल पहुंचाने की परियोजना में व्याप्त भ्रष्टाचार की बिल्ली आखिरकार थैले से बाहर आ गई। इस गोलमाल का पर्दा नगर के वार्ड-1 में दूषित जल की आपूर्ति के कारणों की तलाश में लगी टीम के समक्ष उठा।
पिछले करीब दस दिन से आवासीय क्षेत्र के लोग घरों में गटर का पानी परोसने की शिकायत कर रहे थे। यहां निरंतर बढ़ती रोगियों की संख्या को देखते हुए एसडीएम ओमप्रकाश ने कड़ा संज्ञान लेते हुए संबंधित विभाग को समस्या निवारण के निर्देश दिए थे। इस पर जन स्वास्थ्य विभाग के बीएस रेढू ने अन्य कर्मियों के साथ आवासीय क्षेत्र का मौका मुआयना किया था। साथ ही रिसाव के कारणों तक पहुंचने के लिए पेयजल लाइन के निरीक्षण और सीवरेज लाइन की सफाई का कार्य प्रभावी ढंग से करने का निर्णय लिया था। इस क्रम में विभिन्न स्थानों से पेयजल पाइप लाइन का संघन निरीक्षण हुआ।
इसमें इंदिरा पेयजल परियोजना के तहत बिछाई गई लाइन में बेहद खामियां मिली। योजना में प्रयुक्त किया गया सामान ऐसी स्थिति में मिला जैसे यह दशकों पुराना हो। जंग खा चुकी पेयजल लाइन के माध्यम से सीवरेज के रिसाव का गंदा पानी गरीबों के नल में पहुंच रहा था। पहले तो वे इसे छोटी-मोटी तकनीकी समस्या मानते रहे, लेकिन जब दिन-प्रतिदिन हालात बिगड़ते गए तो एसडीएम का दरवाजा खटखटाना पड़ा। प्रभावित लोगों का कहना है कि अगर वे समय पर संबंधित मामले की शिकायत न करते तो दूषित जल का सिलसिला चलता रहता।
सीवरेज प्रणाली और शुद्ध जल की आपूर्ति के नाम पर हो रहे इस खिलवाड़ से लोगों में भारी रोष है। इनका कहना है कि दूषित जल से न केवल आवासीय क्षेत्र में लोग बीमार हो रहे हैं, वहीं अन्य आवासीय क्षेत्र भी इसके प्रकोप से नहीं बच सकते। पेयजल पाइप लाइन एक-दूसरे आवासीय क्षेत्रों से जुड़ी होती है। इन परिस्थितियों में असंख्य लोग लापरवाही का शिकार बनते है। नगर के लोगों ने महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में व्याप्त गड़बड़ी की जांच राज्य सतर्कता विभाग से करवाने की मांग की है।
निरीक्षण का कार्य जारी
जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ बीएस रेढु ने बताया कि सीवरेज व पेयजल पाइप लाइन के रिसाव के पहलु प्रथम दृष्टया सामने आए हैं। विभाग की टीम फिलहाल कार्य स्थल पर गतिशील है। पूरी व्यवस्था को दुरूस्त करने तक जांच का कार्य जारी रहेगा। वे स्वयं पल-पल की रिपोर्ट टीम से ले रहे है।