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140 करोड़ रुपये से होगा जिले की नहरों और ड्रेनों पर बने पुलों का जीर्णोद्धार

जिले में खस्ताहाल ड्रेनों और नहरों के पुलों की दशा सुधारने की दिशा में ¨सचाई विभाग ने कदम बढ़ाए हैं। कैथल में नहरों और ड्रेनों पर 1130 पुल हैं, जिसमें नरवाना क्षेत्र के पुल भी शामिल है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Nov 2018 06:00 PM (IST)Updated: Sat, 03 Nov 2018 06:00 PM (IST)
140 करोड़ रुपये से होगा जिले की नहरों और ड्रेनों पर बने पुलों का जीर्णोद्धार
140 करोड़ रुपये से होगा जिले की नहरों और ड्रेनों पर बने पुलों का जीर्णोद्धार

जागरण संवाददाता, कैथल : जिले में खस्ताहाल ड्रेनों और नहरों के पुलों की दशा सुधारने की दिशा में ¨सचाई विभाग ने कदम बढ़ाए हैं। कैथल में नहरों और ड्रेनों पर 1130 पुल हैं, जिसमें नरवाना क्षेत्र के पुल भी शामिल है। विभाग की ओर से इनकी स्थिति को सुधार कर लोगों के आवागमन को सुगम करने का प्रयास किया जाएगा। इन पुलों के जीर्णोद्धार या फिर पुन: निर्माण पर 140 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। विभाग की रिपोर्ट पर सरकार की ओर से यह बजट मंजूर किया गया है।

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वर्षो से खस्ताहाल पड़े पुल

जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में बने कई पुल ऐसे हैं, जो लंबे समय से बदहाली की मार झेल रहे हैं। इनके ऊपर दोनों तरफ बनी पुलिया टूट चुकी हैं। कुछ इतने ज्यादा संकरे हैं कि इन पर से भारी वाहन नहीं निकल सकते हैं। जब तक एक वाहन इनके ऊपर से निकलता है, तक तक दूसरे वाहनों को खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। कई जगह तो पुलों पर गड्ढे भी बन चुके हैं। तीव्र मोड़ पर बने पुलों पर दोनों तरफ दीवार न होने से कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। अब जल्द ही लोगों को इस परेशानी से छुटकारा मिलने की संभावना है।

577 तालाबों का डाटा किया ऑनलाइन

सरकार की ओर से तालाबों के संरक्षण के लिए तालाब प्राधिकरण का गठन किया गया है। विभाग के अधिकारियों ने तालाबों की रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजी है। इस समय कैथल जिले में शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में 577 तालाब हैं। सरकारी आदेशों के बाद विभाग की ओर से इनका डाटा ऑनलाइन अपलोड किया गया है। वहीं त्योहारों के सीजन के देखते हुए वहीं विदक्यार झील में स्वच्छ पानी डाला जा रहा है। बॉक्स

70 लाख रुपये से सीवन क्षेत्र में दबाई पाइप लाइन

सीवन के दाबन क्षेत्र में 70 लाख रुपये के खर्च से पाइप लाइन दबाई गई है। इससे क्षेत्र में जमा होने वाले बरसात के पानी की निकासी सुनिश्चित हुई है। इसका सार्थक परिणाम ये रहा है कि इस बार पानी की वजह से एक एकड़ क्षेत्र में भी धान की फसल को नुकसान नहीं हुआ। इसके अलावा करोड़ों रुपये की लागत से हाबड़ी सब-माइनर, पूंडरी माइनर व मुन्नारेहड़ी माइनर का जीर्णोद्धार भी कराया जाना प्रस्तावित है। डीग व कलायत क्षेत्रों से भी वर्षा से जमा हुए पानी की निकासी की गई है। बॉक्स

सेक्टर 18 को भी मिलेगी राहत

हुडा सेक्टर 18 से जींद रोड की ओर जाने वाले रास्ते पर बनी ड्रेन की भी विभाग ने सुध ली है। इस पर दो पुलों का निर्माण किया जाएगा। हालांकि अभी इसका बजट नहीं आया है, लेकिन जल्द ही हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की ओर से इसका बजट उपलब्ध करवाया जाना है। ¨सचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता रवि शंकर मित्तल ने बताया कि सरकार की ओर से नहर व ड्रेनों पर बने पुलों के जीर्णोद्धार पर प्रदेश भर में 11 हजार करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया है। इसमें कैथल जिले के पुलों को भी शामिल किया गया है। जैसे ही बजट आता है, काम शुरू करा दिया जाएगा।


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