किशनपुरा के पास 11 एकड़ में अवैध निर्माण करने पर चला पीला पंजा
जिला नगर योजनाकार विभाग ने शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए किशनपुरा में पीला पंजा चलाया।
जागरण संवाददाता, जींद : जिला नगर योजनाकार विभाग ने शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए किशनपुरा के पास 11 एकड़ में अवैध निर्माण को ध्वस्त किया। डीटीपी अरविद्र ढुल के नेतृत्व में चले अभियान के दौरान यहां पर 11 एकड़ एरिया में काटी गई कालोनियों में किए गए अवैध निर्माण को गिराया गया। यहां पर 2 डीपीसी, एक दुकान, एक चारदीवारी और रोड नेटवर्क को तोड़ा गया। कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
डीटीपी अरविद्र ढुल को शिकायत मिली थी कि गांव किशनपुरा में कृषि योग्य भूमि पर बगैर विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिए प्लाट काट कर निर्माण किए जा रहे हैं। लगभग 11 एकड़ भूमि में दो कालोनी विकसित की जा रही हैं। इन अवैध कालोनी में कुछ प्लाटों की नींव भरी जा चुकी थी तो कुछ प्लाटो की बाउंडरी भी बना दी गई थी। शिकायत पर संज्ञान लेते हुए जिला नगर योजनाकार दस्ता दलबल सहित मौके पर पहुंचा और जेसीबी मशीन की सहायता से डीपीसी, एक दुकान, बाउंड्री वॉल, रोड नेटवर्क को उखाड़ने का काम किया गया। अरविद्र ढुल ने लोगों से अपील की कि वह शहर के निकट जमीन को सस्ता खरीदने के चक्कर में न फंसें। किसी भी कीमत पर अवैध कालोनाइजेशन को नहीं पनपने दिया जाएगा। अवैध निर्माण पर कार्रवाई जारी रहेगी। अंबेडकर सभा की नई कार्यकारिणी 11 जुलाई को गठित होगी
संवाद सूत्र, नरवाना : डा भीमराव अंबेडकर भवन व छात्रावास के लिए नई कार्यकारिणी के गठन के लिए संस्थापक व आजीवन सदस्यों की पूर्व प्रधान सूरत सिंह की अध्यक्षता में बैठक की गई। संचालन चुनाव कमेटी सदस्य सतबीर दबलैन व कुलदीप बेलरखा ने कहा कि जो व्यक्ति समाज के लिए कार्य करना चाहता हो, उसका सर्वसम्मति के साथ स्वागत करना चाहिए। सभा की कार्यकारिणी का गठन 11 जुलाई को करने का फैसला लिया गया। चुनाव कमेटी के सदस्य चांदीराम बौद्ध ने बताया कि कोरोना महामारी व प्रशासन की हिदायतों के अनुसार इस प्रक्रिया में संस्थापक व आजीवन सदस्य ही भाग ले सकेंगे। बैठक में कार्यकारी प्रधान वीरभान मडाढ़, चुनाव कमेटी अध्यक्ष भूप सिंह, चुनाव कमेटी सदस्य अमरजीत राठी, रणधीर सिंह, दिनेश, जिले सिंह, सत्यनारायण जनागल, बलराज, जगदीश, रोशन लाल, एडवोकेट रतनलाल, सतपाल सिंहमार, होशियार सिंह, मनोज मुवाल सहित काफी संख्या में संस्थापक व आजीवन सदस्य मौजूद रहे।