तूफान से 10 करोड़ का नुकसान, तीसरे दिन भी कई गांवों में अंधेरा
जिले में शनिवार रात्रि को बारिश के साथ आए तेज तूफान से दो हजार से ज्यादा बिजली के पोल टूटे थे। इससे पूरे सर्कल में बिजली गुल हो गई थी।
जागरण संवाददाता, जींद: जिले में शनिवार रात्रि को बारिश के साथ आए तेज तूफान से दो हजार से ज्यादा बिजली के पोल टूटे थे। इससे पूरे सर्कल में बिजली गुल हो गई थी। ज्यादातर शहरी क्षेत्र की बिजली सप्लाई तो दोबारा शुरू हो चुकी है, लेकिन मंगलवार दोपहर तक शामदों, सिधवी खेड़ा, जुलाना और खेड़ीबुल्ला पावर हाउस बंद थे, जिससे करीब 20 गांवों में घरेलू बिजली सप्लाई शुरू नहीं हो पाई। कई खेतों के फीडर भी बंद हैं। टूटे हुए बिजली के पोल बदलकर सप्लाई शुरू करने के लिए जींद सर्कल की टीमों के साथ-साथ हिसार से भी टीमें आई हुई हैं। मंगलवार को हिसार से चीफ इंजीनियर नवीन वर्मा तूफान से हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए जींद पहुंचे। निगम अधिकारियों के अनुसार बिजली पोल और तार टूटने से निगम को आठ से 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। टूटे हुए पोल का आंकड़ा तीन हजार तक भी पहुंच सकता है। एग्रीकल्चर फीडरों पर कितने पोल टूटे हैं, इसकी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। बिजली निगम की प्राथमिकता शहर और गांवों में पहले बिजली सप्लाई शुरू करने की है। उसके बाद एग्रीकल्चर फीडरों पर काम होगा। दिन-रात चल रहा काम
एसई श्यामबीर सैनी ने बताया कि टूटे पोल बदल कर सप्लाई शुरू करने के लिए काम तेजी से चल रहा है। ज्यादातर शहरी क्षेत्र कवर किया जा चुका है। कुछ गांवों में पावर हाउस बंद होने के कारण सप्लाई शुरू नहीं हो पाई। वहां भी जल्द सप्लाई शुरू होगी। एग्रीकल्चर के कुल 246 में से करीब 50 फीडर बंद हैं, वे भी जल्द चलाए जाएंगे। प्रतिदिन 400 से 500 पोल की सप्लाई आ रही है और पूरी टीम दिन-रात लगी है। हिसार से टीमें आई हैं।