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सुबह से किसान करते रहे इंतजार, खरीद के लिए दोपहर में पहुंचे अधिकारी

शहर की नई अनाज मंडी में सोमवार को गेहूं की खरीद शुरू हो गई। मंडी में रविवार को भी करीब 30 हजार क्विंटल गेहूं आया हुआ था लेकिन नमी ज्यादा होने के कारण खरीद नहीं हो सकी थी। किसान सुबह से ही खरीद शुरू होने का इंतजार करते रहे लेकिन खरीद एजेंसी एफसीआइ ने दोपहर करीब दो बजे खरीद शुरू की।

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Apr 2019 08:50 AM (IST)Updated: Tue, 16 Apr 2019 08:50 AM (IST)
सुबह से किसान करते रहे इंतजार, खरीद के लिए दोपहर में पहुंचे अधिकारी
सुबह से किसान करते रहे इंतजार, खरीद के लिए दोपहर में पहुंचे अधिकारी

जागरण संवाददाता, जींद : शहर की नई अनाज मंडी में सोमवार को गेहूं की खरीद शुरू हो गई। मंडी में रविवार को भी करीब 30 हजार क्विंटल गेहूं आया हुआ था, लेकिन नमी ज्यादा होने के कारण खरीद नहीं हो सकी थी। किसान सुबह से ही खरीद शुरू होने का इंतजार करते रहे, लेकिन खरीद एजेंसी एफसीआइ ने दोपहर करीब दो बजे खरीद शुरू की। सरकारी खरीद 1 अप्रैल को शुरू हो चुकी है, लेकिन मंडियों में गेहूं की आवक देरी से शुरू हुई। मंडियों में सोमवार को गेहूं आया, तो खरीद के लिए एजेंसी के प्रतिनिधि समय पर नहीं पहुंचे।

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मिर्चपुर गांव निवासी चरण सिंह और किन्नरनाड़ा गांव निवासी सुभाष ने बताया कि वे सुबह गेहूं लेकर मंडी पहुंचे थे, लेकिन शाम तक उनकी ढेरी की खरीद नहीं हुई। रविवार को गेहूं लेकर पहुंचे किसानों ने बताया कि उनके गेहूं में नमी ज्यादा बताया जा रहा है। बाकी सालों के मुकाबले इस बार फसली सीजन करीब एक सप्ताह देरी से शुरू हुआ है। अब एक साथ ज्यादा गेहूं मंडी में आएगा और एक सप्ताह के अंदर ज्यादातार आवक होने की संभावना है। इससे मंडी में उठान की समस्या आ सकती है। हर सीजन में ज्यादा गेहूं आने से मंडी के बाहर गेहूं डालना पड़ता है, लेकिन इस बार आढ़ती मंडी से बाहर गेहूं नहीं डाल सकेंगे। मुख्यालय से इस संबंध में निर्देश जारी हुए हैं। वहीं गेट पर गेहूं उतरवाने पर तीन आढ़तियों को मार्केट कमेटी ने नोटिस दिए हैं। सोमवार को कुछ आढ़तियों ने मंडी के एक नंबर गेट के पास गेहूं उतरवा दिया।

मार्केट कमेटी सचिव पवन चोपड़ा तीन आढ़तियों को नोटिस जारी कर गेहूं उठवाने के निर्देश दिए और गेहूं नहीं उठाने पर उनके लाइसेंस रद करने की चेतावनी दी गई। कुछ आढ़ती खुद की दुकान के आगे फड़ के बजाय गेट के आसपास गेहूं उतरवा देते हैं। उससे रास्ता बंद हो जाता है और किसानों को गेहूं लाने में दिक्कत आती है।

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मुख्यालय से जारी निर्देशानुसार इस बार मंडी के बाहर गेहूं नहीं डाला जाएगा। अगर कोई आढ़ती बाहर गेहूं डलवाता है, तो उसकी खुद की जिम्मेदारी होगी। जगह कम होने पर मंडी से बाहर गेहूं डलवाने के लिए आढ़ती को पहले मार्केट कमेटी को लिखना होगा। मार्केट कमेटी मुख्यालय से अनुमति मांगेगी। अनुमति मिलती है, तो मार्केट कमेटी उसकी व्यवस्था कराएगी।

पवन चोपड़ा, मार्केट कमेटी सचिव, जींद। बंपर पैदावार की उम्मीद

जिलेभर में 33 खरीद केंद्रों पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, हैफेड, एफसीआइ और एचडब्ल्यूसी गेहूं की खरीद करेंगी। केंद्रों पर एजेंसियों के लिए खरीद के लिए दिन निर्धारित किए गए हैं। जिले में करीब 2.17 लाख हेक्टेयर में गेहूं की फसल है। पिछले साल 755397 टन गेहूं की मंडियों में आवक हुई थी। इस बार प्रशासन पिछले साल के मुकाबले 10 प्रतिशत ज्यादा आवक होने का अनुमान लगा रहा है। इसका कारण इस सीजन में मौसम अनुकूल रहने और समय-समय पर बारिश होना माना जा रहा है।


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