कोरोना वायरस की मार : शॉपिग कॉम्प्लेक्स, नगर परिषद भवन के निर्माण में होगी देरी
कोरोना वायरस की वजह से शहर की विकास परियोजनाओं पर असर पड़ रहा है। जो विकास परियोजनाएं इस साल दिसंबर तक पूरी होनी थी उनके लिए अब अगले साल का इंतजार करना पड़ सकता है। इनमें शॉपिग कॉम्प्लेक्स नगर परिषद का भवन अटल पार्क जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं।
जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना वायरस की वजह से शहर की विकास परियोजनाओं पर असर पड़ रहा है। जो विकास परियोजनाएं इस साल दिसंबर तक पूरी होनी थी, उनके लिए अब अगले साल का इंतजार करना पड़ सकता है। इनमें शॉपिग कॉम्प्लेक्स, नगर परिषद का भवन, अटल पार्क जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं। नगर परिषद के पुराने भवन की जगह करीब साढ़े नौ करोड़ रुपये की लागत से शॉपिग कॉम्प्लेक्स और बस स्टैंड के पास नगर सुधार मंडल की जमीन पर लगभग साढ़े 13 करोड़ रुपये से नगर परिषद भवन बन रहा है। दोनों का निर्माण कार्य लॉकडाउन की वजह से बंद है। नगर परिषद के पुराने भवन की जगह चार मंजिला शॉपिग कॉम्प्लेक्स बनेगा। बेसमेंट में पार्किंग बनेगी। प्रधान पूनम सैनी ने बताया कि इस विकट परिस्थिति में सबसे अहम लोगों की जिदगी है। लॉकडाउन की वजह से निर्माण कार्य रुके हैं। जितना समय काम रुकेगा, उसी के अनुसार संबंधित परियोजना को पूरा करने के लिए अवधि बढ़ानी पड़ेगी।
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नगर परिषद के ये कार्य भी रुके
--स्कीम नंबर पांच में करीब तीन करोड़ से गली निर्माण होना था। जो लॉकडाउन के बाद ही शुरू हो पाएगा।
--बंदरों को पकड़ने के लिए टेंडर लगाने की प्रक्रिया चल रही थी। जो बीच में रुक गई।
--27 मार्च को बुलाई नगर परिषद की बजट की मीटिग भी स्थगित करनी पड़ी।
--शहर में चल रहा प्रॉपर्टी सर्वे का काम भी प्रभावित हुआ। प्रॉपर्टी टैक्स के बिल भी बांटे जाने हैं।
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अमरूत के कार्य में भी होगी देरी
शहर में बरसाती पानी की निकासी के लिए अमरूत योजना के तहत पाइप लाइन दबाने का कार्य चल रहा है। अब ये काम भी बंद है। लॉकडाउन के बाद काम शुरू होगा। समय पर ये काम पूरा ना होने के कारण इस बार भी बरसाती सीजन में जलभराव की समस्या से शहरवासियों को छुटकारा नहीं मिल पाएगा। वहीं अमरूत के कार्य के लिए जो सड़कें उखाड़ी गई थी, उनको दोबारा बनाने का कार्य भी लॉकडाउन खत्म होने के बाद ही शुरू हो पाएगा।