रूपनगर में 3 माह से नहीं निकला सीवरेज का पानी, जाम लगाते ही मशीन लेकर पहुंचे कर्मचारी
जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से जनता त्रस्त, सैनी रामलीला ग्राउंड के सामने एक घंटे तक जाम से
जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से जनता त्रस्त, सैनी रामलीला ग्राउंड के सामने एक घंटे तक जाम से लोग परेशान
महिलाओं को सड़क से हटाने के लिए बुलानी पड़ी पुलिस, सफाई शुरू होने के बाद खोला जाम
फोटो नंबर---- 15 से 18
जागरण संवाददाता, जींद: सैनी रामलीला ग्राउंड के पास रूपनगर में तीन महीने से सीवरेज की समस्या से जूझ रहे लोगों का गुस्सा वीरवार सुबह फूट गया। इसके चलते लोगों ने रामलीला ग्राउंड के सामने मेन रोड पर जाम लगा दिया। करीब एक घंटे तक जाम लगने से शहर में वाहन चालकों को काफी परेशानी हुई। जन स्वास्थ्य विभाग से सीवर को साफ करने वाली मशीन बुलाई गई, जिसके बाद महिलाओं ने जाम को खोल दिया।
जाम लगने की सूचना मिलने के करीब एक घंटे बाद महिला पुलिस कर्मचारी वहां पहुंची और महिलाओं को समझाने की कोशिश की। लोगों के जाम लगाने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गई। जींद से नरवाना जा रहे नरवाना डीएसपी कुलवंत बिश्नोई भी आधे घंटे तक जाम में फंसे रहे। डीएसपी ने जाम लगा रही महिलाओं को समझाने का प्रयास किया तो महिलाओं ने उनकी भी एक न सुनी और अपनी समस्या को लेकर अड़ी रही। महिलाओं ने डीएसपी से कहा कि आप एक बार गली में जाकर तो देखो, क्या हाल हुआ पड़ा है। महिलाओं ने ग्राउंड के साथ जाने वाला रास्ता भी अवरोधक डालकर बंद कर दिया। जाम लगाने वालों में कॉलोनी की ज्यादातर महिलाएं ही थी। उनका कहना था कि वह इस समस्या को लेकर कई बार विभागीय अधिकारियों को शिकायत कर चुके हैं। लेकिन तीन माह बीत जाने के बाद भी किसी ने रूपनगर की सुध नहीं ली है। वह सीएम ¨वडो में भी शिकायत दर्ज करवा चुके हैं, उसके बाद भी किसी अधिकारी ने आकर तक नहीं देखा है। महिलाओं में राजबाला, बिमला, सरोज, पुष्पा, गीता, परमेश्वरी, सीमा, रेखा ने बताया कि उन्होंने मजबूरी में आकर यह कदम उठाना पड़ा। उन्होंने बताया कि पूरे नगर में सीवरेज के पानी जमा रहने से निकलना तो मुश्किल हो गया है। गली में से निकलने वाले राहगीर चोटिल हो जाते हैं।
-----------------
रामलीला ग्राउंड में बायो टायलेट लगवाने की मांग
जाम लगा रही महिलाओं के अलावा पुरुषों में पंकज, रोहित, हन्नी, साहिल व राहूल ऐसे थे कि जिनकी मांग रामलीला ग्राउंड में बायोटायलेट की थी। उनका कहना था कि ग्राउंड में कावड़ियों के लिए शिविर लगाया जाना है। लेकिन वह यहां कावड़ियों के लिए बायोटायलेट लगावाना चाहते हैं ताकि कावड़ियों को परेशानी ना हो। इसके लिए वह अधिकारियों के चक्कर काट चुके हैं, लेकिन यह सुविधा देने से मना कर दिया है।
------------
सीवरेज का पानी गलियों में इतना भर चुका है कि वह घरों में भी आने लगा है। इससे हर समय मच्छर पनपने लगे हैं। घर में रहने वाले सदस्यों में बीमार होने की स्थिति पैदा हो गई है। अब जाएं तो कहा जाएं। घर छोड़ने जैसी नौबत आ गई है।
ममता, रूप नगर निवासी