एडीआरएम और डीसी पहुंचे लितानी रोड, जानी दुकानदारों की राय
पांच फरवरी से बंद लितानी रोड रेलवे फाटक के 20 मार्च को खुलने के बाद रेलवे के एडीआरएम राजीव धनखड़ डीसी डॉ. आदित्य दहिया ने यहां का दौरा किया। इस दौरान एसडीएम प्रद्युमन बीएंडआर एक्सईएन कमलदीप राणा नपा सचिव महाबीर सिंह भी मौजूद रहे। यहां पर अंडरपास किस जगह से बने इसको लेकर दोनों अधिकारियों ने दुकानदारों की राय जानी।
संवाद सूत्र, उचाना : पांच फरवरी से बंद लितानी रोड रेलवे फाटक के 20 मार्च को खुलने के बाद रेलवे के एडीआरएम राजीव धनखड़, डीसी डॉ. आदित्य दहिया ने यहां का दौरा किया। इस दौरान एसडीएम प्रद्युमन, बीएंडआर एक्सईएन कमलदीप राणा, नपा सचिव महाबीर सिंह भी मौजूद रहे। यहां पर अंडरपास किस जगह से बने इसको लेकर दोनों अधिकारियों ने दुकानदारों की राय जानी।
एडीआरएम और डीसी ने पहले फाटक के दोनों तरफ जाकर निरीक्षण किया, जहां रेलवे द्वारा अंडरपास निर्माण का नक्शा बनाया हुआ था। फाटक से नरवाना की तरफ रेलवे की जमीन को भी देखा, जहां दुकानदारों द्वारा यू आकार का अंडरपास निर्माण करने की मांग की जा रही है। यहां पर बीएंडआर से पैमाइश करवाने के साथ उनके अधिकारियों की राय भी जानी।
एडीआरएम राजीव धनखड़ और डीसी डॉ. आदित्य दहिया ने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि अंडरपास के निर्माण से किसी दुकानदार को कोई नुकसान न हो। यू आकार के अंडरपास के निर्माण को लेकर वो अधिकारियों की राय जानेंगे। जो भी जानकारी मिलेंगी उस बारे में वो खुद यहां आकर दुकानदारों को बताएंगे, उसके बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने बेरोजगार, बेघर होने से बचाया
रामफल श्योकंद, डॉ. जिले सिंह राणा, राजबीर मोर, ओपी गुप्ता, विक्रम चहल, शुगन चंद, अमित थलौड़ ने कहा कि केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, विधायक प्रेमलता के प्रयासों से दुकानदार बेघर, बेरोजगार होने से बच गए। लितानी रोड पर अगर रेलवे के नक्शे के अनुसार अंडरपास बनता तो 500 परिवार बेरोजगार, बेघर हो जाते। केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के निर्देश के बाद रेलवे अधिकारियों ने जहां पांच फरवरी से बंद रेलवे फाटक को खोलने का काम किया तो यहां पर नए सिरे से नक्शा बना कर कैसे दुकानदारों को बेरोजगार, बेघर होने से बचाया जा सके, इसको लेकर छह मार्च को निर्देश दिए थे।