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महिला शोषण के खिलाफ आवाज बने सुनील जागलान

बीबीपुर गांव के पूर्व सरपंच सुनील जागलान महिला सशक्तीकरण और स्कूली शिक्षा पर काम कर रहे हैं। साल 2010 से 2016 तक सरपंच रहते हुए सुनील ने समाज में महिलाओं की उपेक्षा का मुद्दा उठाते हुए साल 2012 में पहली बार महिलाओं की ग्राम सभा बुलाई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 06:51 AM (IST)Updated: Tue, 11 Aug 2020 06:51 AM (IST)
महिला शोषण के खिलाफ आवाज बने सुनील जागलान
महिला शोषण के खिलाफ आवाज बने सुनील जागलान

बिजेंद्र मलिक, जींद

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बीबीपुर गांव के पूर्व सरपंच सुनील जागलान महिला सशक्तीकरण और स्कूली शिक्षा पर काम कर रहे हैं। साल 2010 से 2016 तक सरपंच रहते हुए सुनील ने समाज में महिलाओं की उपेक्षा का मुद्दा उठाते हुए साल 2012 में पहली बार महिलाओं की ग्राम सभा बुलाई। जिसमें कन्या भ्रूण हत्या नहीं करने की महिलाओं ने शपथ ली और कन्या भ्रूण हत्या करने वालों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने का फैसला लिया गया। 18 जून 2012 को बेटी बचाओ अभियान शुरू किया। इस अभियान के लिए सरकार ने ग्राम पंचायत को 10 लाख रुपये का पुरस्कार दिया। जिसमें से पांच लाख रुपये से गांव में लाइब्रेरी बनाई। ये किसी भी ग्राम पंचायत की पहली लाइब्रेरी थी। साल 2012 में ही ग्राम पंचायत ने ऐलान किया कि जो बेटी 12वीं कक्षा के बाद पढ़ना चाहेगी, उसको ग्राम पंचायत किताबें देगी। कम पढ़ी-लिखी बहुओं को भी शादी के बाद ससुराल में पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रेरित किया। फैसला लिया गया कि गांव में जो भी विकास कार्यों के लिए ग्रांट आएगी, उसमें से आधी राशि महिलाओं से पूछ कर खर्च की जाएगी। बीबीपुर गांव पर कई डाक्यूमेंट्री बन चुकी हैं। पिछले साल बनी सनराइज डॉक्यूमेंट्री को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री अवॉर्ड मिला था। अब ये डॉक्यूमेंट्री न्यूयॉर्क फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जा रही है।

सेल्फी विद डॉटर अभियान ने बटौरी सुर्खियां

देश की पहली हाईटेक पंचायत का गौरव हासिल करने वाली बीबीपुर के तत्कालीन सरपंच सुनील जागलान ने साल 2015 में सेल्फी विद डॉटर अभियान शुरू किया। इस अभियान को लोगों ने काफी सराहा और नामी हस्तियों ने भी अपनी बेटियों के साथ सेल्फी खींच कर सुनील जागलान द्वारा बनाए पोर्टल पर अपलोड की। 28 जून 2015 को पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में सेल्फी विद डॉटर अभियान की तारीफ की थी। 20 सितंबर को फिर इसका जिक्र किया। 27 सितंबर को अमेरिका और 23 नवंबर को लंदन में जाकर भी मोदी ने इस अभियान की तारीफ की।

पर्दा प्रथा के खिलाफ आवाज उठाई

सुनील बीबीपुर ने 2016 में बीबीपुर मॉडल ऑफ वीमेन पावरमेंट एंड विलेज डेवलपमेंट बना कर उस पर काम शुरू किया। इसके तहत जींद जिले के तलोडा गांव को गोद लेकर वहां कार्यक्रम कराया। जिसमें 28 महिलओं ने घूंघट त्याग दिया। वहीं महिला संबंधी गाली देने पर पर्चा दर्ज कराने का प्रावधान किया गया। दिसंबर 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने गोद लिए 100 गांवों में बीबीपुर मॉडल को लागू किया और सुनील जागलान को 50 लाख रुपये का पुरस्कार देकर सम्मानित किया। सुनील जागलान फिलहाल प्रणब मुखर्जी फाउंडेशन में सलाहकार के तौर पर ग्रामीण विकास, महिला सशक्तीकरण और स्कूली शिक्षा पर काम कर रहे हैं।


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