चीनी मिल के कर्मियों को मिलेगा सातवें वेतन आयोग का लाभ
जागरण संवाददाता, जींद : सहकारी चीनी मिल जींद के कर्मियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ दिया ज
जागरण संवाददाता, जींद : सहकारी चीनी मिल जींद के कर्मियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए चीनी मिल द्वारा प्रतिमाह 30 लाख रुपए की राशि के अतिरिक्त बजट का प्रावधान किया गया है। यह निर्णय मंगलवार को चीनी मिल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टरर्स की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता डीसी अमित खत्री ने की। इस अवसर पर सहकारी चीनी मिल जींद के प्रबंध निदेशक अश्विनी मलिक भी मौजूद रहे।
डीसी अमित खत्री ने बैठक के बाद बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मी¨टग में लिए गए इस निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि सातवें वेतन आयोग का लाभ चीनी मिल के कर्मियों को देने के लिए बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि मिल के एक कर्मी की मृत्यु हो गई थी। उसके परिवार को भी आर्थिक सहायता के रूप में पांच लाख रुपये की राशि उपलब्ध करवाने का निर्णय भी लिया गया है। बैठक में कर्मियों की पदोन्नति को लेकर भी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के साथ बातचीत की गई। डीसी ने कहा कि नियमानुसार कर्मियों की पदोन्नति करने में किसी प्रकार की भी ढील नहीं बरती जाएगी। पदोन्नति के पात्र कर्मचारियों को जल्द इसका तोहफा दिया जाएगा। बैठक में मिल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स सतपाल रेढू, रामधारी कुंडू, प्रेम¨सह समेत मिल के कई अधिकारी उपस्थित रहे।
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--आक्सीजन व डीए गैस सिलेंडर के लिए दोबारा टेंडर
बैठक में मिल के लिए आक्सीजन व डीए गैस सिलेंडर के लिए दोबारा टेंडर आमंत्रित करने पर भी सहमति बनी, क्योंकि इसके लिए मात्र एक ही व्यक्ति द्वारा टेंडर आवेदन किया गया था। यहीं नहीं बैठक में मिल के कर्मचारियों के मेडिकल बिलों का तुरंत भुगतान करने का निर्णय भी लिया गया। डीसी ने चीनी मिल का दौरा कर मशीनों एवं अन्य पूर्ण की जा रही व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। डीसी ने बताया कि इस बार पिछले वर्ष से लगभग 2 लाख क्विंटल ज्यादा गन्ने की पेराई होने की संभावना है, जिससे दो लाख 62 हजार ¨क्वटल चीनी का उत्पादन होगा।
--चीनी की गुणवत्ता में सुधार होगा
इस वर्ष मिल द्वारा पिछले वर्ष की तुलना में अधिक चीनी का उत्पादन के साथ गुणवत्ता में भी काफी सुधार किया जाएगा। गन्ना उत्पादक मिल में समय पर गन्ना पहुंचाएं और गन्ने को साफ सुथरा करके मिल में लाएं ताकि चीनी की रिकवरी को बढ़ाया जा सके। मिल में किसानों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए मिल में पर्याप्त व्यवस्थाएं समय रहते पूरी कर ली जाएंगी।
अश्विनी मलिक, प्रबंध निदेशक, चीनी मिल