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मैनहोल के ढक्कन खुले, राहगीरों को होती परेशानी

फोटो नंबर---08 से 12 फोटो नंबर--08ए प्रेम नगर झांझ गेट के पीछे प्रेमनगर में पिछले एक सप्ताह से सीवरेज के लीकेज रहने से कॉलोनीवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात होने के बाद से अब तक सीवरेज का गंदा पानी सड़कों पर आ रहा है। वाददाता, जींद : झांझ गेट के प

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Jun 2018 12:52 AM (IST)Updated: Thu, 14 Jun 2018 12:52 AM (IST)
मैनहोल के ढक्कन खुले, राहगीरों को होती परेशानी

फोटो नंबर---08 से 12

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फोटो नंबर--08ए प्रेम नगर

जागरण संवाददाता, जींद : झांझ गेट के पीछे प्रेमनगर में पिछले एक सप्ताह से सीवरेज के लीकेज रहने से कॉलोनीवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात होने के बाद से अब तक सीवरेज का गंदा पानी सड़कों पर आ रहा है। कॉलोनीवासी शुभम, सचदेवा, तिलक, विवेक, टींकू, गुलाटी, गोलू ने बताया कि सीवर के लीकेज रहने के चलते हर समय बदबूदार वातावरण रहने लगा है। उन्होंने बताया कि शाम के समय में तो इतना बुरा हाल हो जाता है घर में आराम से बैठकर खाना भी नहीं खा सकते। सीवरेज का गंदा पानी घरों के आगे तक आ जाता है। उन्होंने प्रशासन व जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मांग की है कि उनकी इस समस्या का समाधान जल्द किया जाए ताकि वह राहत की सांस ले सकें।

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जींद : वार्ड 18 में शहर की अधिकतर पाश कॉलोनी है। जिनकी हर गलियों में सीवरेज बिछे हुए हैं। उसके बावजूद भी कॉलोनी की कुछ गलियों में सीवरेज के ढक्कन अभी भी खुले है। वार्ड की कॉलोनी सेक्टर-8, शिव कॉलोनी, हाउ¨सग बोर्ड की प्राइवेट कॉलोनी, सेलर के निकट व सफीदों रोड पर दालमवाला अस्पताल के पास बसी कॉलोनी शामिल है। इसी में से सफीदों रोड पर निजी होटल के पास बने आश्रम के सामने गली जो सीधी शिव कॉलोनी में ही आकर मिलती है। लेकिन गली के कोने पर ही मेनहोल का ढक्कन खुला रहने के चलते राहगीरों को भारी परेशानियां उठानी पड़ती है। जब बरसात का समय हो तो यहां पानी भर जाता है, जिसके बाद यह सीवर दिखाई नहीं देता फिर किसी ना किसी को चोट लगने का अंदेशा बना रहा है। ऐसे बरसात के समय में राहगीरों को रास्ता बदलने तक भी मजबूर होना पड़ जाता है। जिससे उनका काफी समय बर्बाद होता है। आज तक इस और न तो प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया और न ही विभागीय अधिकारियों ने। रात के समय में यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है। क्योंकि कोई भी दुपहिया वाहन चालक या फिर पैदल वहां से निकलता है तो उसे भी ये ही डर बना रहता है कि कहीं उसके साथ हादसा न हो जाए। कॉलोनीवासी राजेश व कुलदीप का कहना है कि सीवरेज का ढक्कन काफी समय से ही ऐसे ही पड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि गली में ऐसे दो दिन सीवरेज के ढक्कन ढीले व खुले पड़े थे। लेकिन अब सिर्फ एक मेन ही रह गया। जिसको कर्मचारियों द्वारा सफाई करने के बाद कभी ठीक से बंद नहीं किया गया। इसको लेकर वह कई बार विभागीय अधिकारियों को भी बोल चुके है लेकिन कोई समस्या ज्यों कि त्यों बनी हुई है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि अगर इस ढक्कन के चारों और अच्छे से सीमेंट लगाकर बंद किया जाए तो ही यह बंद हो पाएगा।

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यह जो मेनहोल का ढक्कन खुला है वह सिर्फ हादसों का कारण बना हुआ है। यहां गली में कई बार छोटे बच्चे साइकिल पर निकलते है, जो कि इस मैनहोल के खुले ढक्कन से टकरा कर चोटिल हो चुके है। यह ढक्कन ठीक ढंग से लगा नहीं है।

ओमपति, दुकानदार,

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सीवर के खुले होने से सीवर का सारा पानी गलियों में तो आता ही है साथ में घरों में भी घुस जाता है, जिससे वातावरण को खराब होता ही है साथ में बीमारियों के फैलने का भी खतरा बना रहता है। रात के समय में मच्छर भी पनपने लगते हैं।

महावीर, कॉलोनी निवासी,

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सीवरेज के ढक्कन को लेकर जो शिकायत है वह मेरे पास जैसे ही आई वैसे ही विभागीय अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया था। जिसके बाद अधिकारियों ने उसके जल्द ही ठीक करवाने का आश्वासन दिया था। अगर फिर भी ठीक नहीं हुआ होगा तो करवा दिया जाएगा।

र¨वद्र जांगड़ा, पार्षद प्रतिनिधि, वार्ड-18


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