मूलभूत सुविधाओं को तरस रहा संडील गांव, एक साल से नहीं मिली ग्रांट
संवाद सहयोगी अलेवा : ब्लॉक का संडील गांव मूलभूत सुविधाओं को तरस रहा है। गलियां टूटी पड़
संवाद सहयोगी अलेवा : ब्लॉक का संडील गांव मूलभूत सुविधाओं को तरस रहा है। गलियां टूटी पड़ी हैं। तालाब गंदगी से अटे होने के कारण ओवरफ्लो हैं, जिससे पानी गलियों में भरा हुआ है। ग्रामीणों के अनुसार प्रदेश सरकार की अनदेखी के चलते गांवों में विकास कार्य अधूरे पड़े हैं।
करीब सात हजार आबादी वाले इस गांव में तीन हजार के लगभग मतदाता हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव की ज्यादातर गलियां कच्ची पड़ी हैं। यहां तक कि गांव का मुख्य मार्ग भी कच्चा पड़ा है। निकासी व्यवस्था नहीं होने के कारण गांव का सारा गंदा पानी तालाब के अंदर जाता है। अब तालाब ओवरफ्लो हो चुका है और गलियों में पानी भर गया है। जिले में एकमात्र बीजेपी विधायक के हलके में होने के बावजूद वे मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। सरकार की तरफ से विकास कार्यों के लिए ग्रांट नहीं दी जा रही हैं। वहीं बिजली की तारें भी जर्जर हालत में हैं, जो गली में काफी नीचे तक लटक रही हैं। इससे कभी भी कोई हादसा हो सकता है।
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टूटी पड़ीं गलियां
गांव की ज्यादातर गली टूटी पड़ी हैं। कई गलियां तो ऐसी हैं, जो लंबे समय से नहीं बनी हैं। तालाब के ओवरफ्लो होने से गली में पानी भर गया है। ग्रामीण नरकीय जीवन जीने को विवश हैं। तालाब का पानी ओवरफ्लो होकर गली में भरा हुआ है।
श्रीपाल, ग्रामीण
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अधूरे पड़े विकास कार्य
ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। गांव में पिछले काफी समय से कोई विकास कार्य नहीं हो रहे हैं। जो कार्य चल रहे थे, वे भी रूक गए हैं। पंचायत घर का निर्माण, सबमर्सिबल पंप लगाने व अन्य कार्य बंद हैं।
रामफल, ग्रामीण
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लगा चुके गुहार
गांव के विकास कार्यों के लिए विधायक प्रेमलता व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र ¨सह से कई बार गुहार लगा चुके हैं। लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिलता है। गांव की समस्याओं की तरफ सरकार को ध्यान देना चाहिए।
बलजीत कुमार, समाजसेवी
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एक साल से नहीं मिली ग्रांट
एक साल से गांव में सरकार की तरफ से कोई ग्रांट नहीं मिली है। गलियों के अलावा मुख्य मार्ग भी कच्चा पड़ा है। कामों के एस्टीमेट बना कर सरकार के पास भेजे हुए हैं। जैसे ही ग्रांट मिलती हैं, काम शुरू किया जाएगा।
सुषमा रानी, सरपंच