Move to Jagran APP

आइसक्रीम खरीदने के बहाने किशाेर को बाहर भेजा और फिर हुआ ऐसा हंगामा

जींद में एक व्‍यक्ति ने एक लड़के को आइसक्रीम लेने के बहाने भेजा। रास्‍ते में उनके लोगों ने लड़के का अपहरण कर लिया। एक कमरे में बंद किए जाने के बाद लड़का वहां से किसी तरह भाग निकला।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 20 Aug 2018 01:02 PM (IST)Updated: Tue, 21 Aug 2018 08:58 PM (IST)
आइसक्रीम खरीदने के बहाने किशाेर को बाहर भेजा और फिर हुआ ऐसा हंगामा

जेएनएन, जींद। आइसक्रीम खरीदने गए 16 वर्षीय किशोर का कार सवार तीन बदमाशों ने अपहरण कर लिया और बंधक बनाकर परिवार वालों से 30 लाख की फिरौती मांगी। बदमाशों ने हाथ-पांव बांधकर किशोर को बाथरूम में बंद कर दिया। इसके बाद उसने किसी तरह खुद को बंधनमुक्त किया और चार दरवाजे तोड़कर भाग निकला। शिकायत पर पुलिस ने चार लोगों पर केस दर्ज कर मुख्य साजिशकर्ता अनिल और उसके भांजे अजय को गिरफ्तार कर लिया है।

loksabha election banner

पुलिस के मुताबिक, अनिल ने ही अपहरण की साजिश रची थी। उसने शनिवार रात को संत नगर निवासी अक्षय को आइसक्रीम लेने के बहाने भेज अपहरण करा दिया। कार सवार तीन युवक उसे एकलव्य स्टेडियम के पास मकान में ले गए और हाथ-पैर बांधकर उसे बाथरूम में बंद कर दिया। अपहर्ताओं में शामिल कर्ण ने अक्षय की मां संतोष के मोबाइल पर कॉल करके 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी। रविवार दोपहर तक व्यवस्था नहीं करने पर हत्या की धमकी दी।

अक्षय ने किसी तरह अपना हाथ खोल लिया और सफीदों बाईपास नाके पर पुलिस के पास पहुंच गया। अक्षय 11वीं नॉन मेडिकल का छात्र है और बॉक्सिंग खिलाड़ी है। उधर, जांच में पता चला कि अक्षय को जिस मकान में रखा गया था, उसे शामलो कलां निवासी अनिल ने किराये पर लिया हुआ है। वह खुद को सेल्स टैक्स इंस्पेक्टर बताता था। इस मामले में गिरफ्तार उसका भांजा अजय बरसोला का रहने वाला है। पुलिस ने कर्ण व गांधी के खिलाफ भी केस दर्ज किया है।

-----------------

बेहोशी का नाटक रचकर खुद को बचाया

किशोर ने बताया कि शनिवार रात मैं पड़ोस में रहने वाली महिला के घर गया था। वहां शामलो कलां का अनिल बैठा हुआ था। उसने मुझे 500 रुपये देकर पटियाला चौक से आइसक्रीम लाने के लिए कहा। मैं अपनी बाइक से जाने लगा तो उसने मना करते हुए अपनी स्कूटी की चाबी दे दी। स्कूटी से जब वह फ्लाइओवर के नीचे पहुंचा तो अनिल का भांजा अजय व उसके दो दोस्त कर्ण व गांधी ने मुझे रोक लिया।

अक्षय ने बताया कि रुकते ही अजय ने मेरा मुंह दबा दिया और पीछे से सिर में डंडा मारा। इससे मुझे चक्कर आने लगे। वे लोग मुझे गाड़ी में डालकर कैथल रोड पर ले गए। वहां शराब ठेके के पीछे ले जाकर लाठी व डंडों से बेरहमी से पिटाई की। इस पर मैंने बेसुध होने का नाटक किया। इसके बाद वे मुझे गाड़ी में डालकर नए सेक्टरों के रास्ते से एकलव्य स्टेडियम के पीछे बने मकान में ले गए। वहां भी मैंने बेहोशी का नाटक जारी रखा। उन्होंने हाथ-पांव व मुंह बांधकर मुझे बाथरूम में डाल दिया।

यह भी पढ़ें: पाक आर्मी चीफ को झप्‍पी देना सिद्धू पर पड़ा भारी, अब दे रहे सफाई, कैप्‍टन भी हुए गरम

अक्षय ने बताया कि उसी समय कर्ण ने मेरी मां संतोष का फोन मिलाया और उनसे 30 लाख की डिमांड की। कुछ देर तक बीयर पीने के बाद बदमाशों ने उसे फिर देखा और बेसुध होने की बात कहकर बाथरूम के दरवाजे को बंद कर आगे से कुंडी लगा दी। दूसरे कमरों के दरवाजों की कुंडी लगाने की आवाज आती रही। थोड़ी देर के बाद बाइक के स्टार्ट होने आवाज आई तो लगा कि वे बाहर चले गए।

यह भी पढ़ें: पाकिस्‍तान जाकर नवजोत सिंह सिद्धू को याद आए अटल, जानिए- क्या कहा

अक्षय ने बताया कि इसके बाद मैंने किसी तरह अपने हाथ खोले। दरवाजा खोलने लगा तो वह नहीं खुला। इस पर बाथरूम में लगी अंग्रेजी सीट को पांव मारकर उखाड़ लिया। उससे दरवाजे के बीच के हिस्से में लगी प्लाई को तोड़ा। फिर हाथ डालकर दरवाजे के बाहर लगी कुंडी खोली। इसके बाद वह दूसरे कमरों के तीन दरवाजों को तोड़कर मकान के आंगन में आ गया। वहां पड़ी सीढ़ी दीवार से लगाकर बाहर कूद गया और पेट्रोल पंप के सामने पहुंचा। वहां पर दो लोग बाइक पर मिले और उन्होंने उसे सफीदों बाईपास पुलिस नाके पर छोड़ दिया। उसने वहां मौजूद पुलिस कर्मियों को पूरी बात बताई।

--------

अपहर्ताओं का पुलिस ने किया पीछा

जानकारी मिलने के बाद पुलिस जब अक्षय को लेकर घटनास्थल की तरफ जा रही थी तो तीनों अपहर्ता बाइक पर आते दिखे। अक्षय ने उनको पहचान लिया। पुलिस को देख बदमाश बाइक लेकर सेक्टर 11 की गलियों में घुस गए। पीसीआर उनका पीछा करती रही, लेकिन वे हाथ नहीं आए।

--------

परिजनों के साथ घूमता रहा अनिल

अक्षय के चाचा अजय ने बताया कि अपहरण की सूचना के बाद वह पटियाला चौक पुलिस चौकी में गए। आरोपित अनिल भी उनके साथ था। अक्षय का पता चलने के बाद अनिल भी उनके साथ सफीदों बाईपास नाके पर पहुंचा। वहीं अक्षय को बंधक बनाकर जहां रखा गया वहां भी वह साथ था। उसने मकान पर पहुंचकर कहा कि यह तो उसने किराये पर लिया हुआ है। यहीं वह फंस गया। पुलिस ने शक के आधार पर उसे हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की तो उसने सारी सच्चाई उगल दी। अक्षय ने बताया कि अनिल बीते एक माह से पड़ोस में रहने वाली महिला के पास आ रहा था।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.