सफाई कर्मचारियों ने समझौता लागू न करने पर किया प्रदर्शन
नगरपालिका कर्मचारी संघ के आह्वान पर नगरपरिषद के पुराने भवन के सामने सभी सफाई कर्मचारियों ने झाड़ू प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, जींद : नगरपालिका कर्मचारी संघ के आह्वान पर नगरपरिषद के पुराने भवन के सामने सभी सफाई कर्मचारियों ने झाड़ू प्रदर्शन किया। सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान नत्थूराम चड्ढा ने कहा कि सफाई कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। कर्मियों को सफाई में प्रयोग होने वाले औजार भी मुहैया नहीं करवाए जाते हैं। समान काम समान वेतन को लागू नहीं किया गया। सभी कार्य ठेकेदारों को सौंप कर गरीबों का शोषण किया जा रहा है। प्रदेश सरकार के साथ पिछले साल 24 मई को समझौता हुआ था, जिसके तहत कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, समान काम समान वेतन, ठेका प्रथा बंद करना, क्षेत्रफल के हिसाब से पक्के कर्मचारी भर्ती करना, 100 गज के प्लॉट देना, जोखिम भत्ता आदि मांगें मान ली गई थी। लेकिन यह समझौता अभी तक लागू नहीं हुआ है। इसलिए सरकार जल्द कर्मचारियों के साथ हुए समझौते को लागू करे नहीं तो सफाई कर्मचारी दोबारा आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। इस मौके पर सफाई कर्मचारी नेता राजपाल परोचा, बिजेंद्र, रघबीर, सुरेश, बीरभान, कमला देवी आदि मौजूद थे।
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जुलाना में भी सफाई कर्मचारियों ने किया रोष प्रदर्शन
संवाद सूत्र, जुलाना
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नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों ने मांगों को लेकर जुलाना में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करके रोष प्रदर्शन किया। यूनियन प्रधान जूनियर की अगुआई में कर्मचारी प्रदर्शन करते हुए नगरपालिका से पुरानी अनाज मंडी होते हुए मेन बाजार से पुराने बस अड्डे पर पहुंचे।
प्रधान जूनियर ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि नगरपालिकाओं में ज्यादातर संख्या दलितों की है, जिनका शोषण किया जाता है। मार्केट कमेटी के यूनियन के प्रधान देवेंद्र ने कहा कि फायर बिग्रेड ऑपरेटरों के हितों के प्रति सरकार गंभीर नहीं है। सर्वकर्मचारी संघ के खंड प्रधान राजेंद्र करसोला ने कहा कि सरकार द्वारा तानाशाही रवैया अपनाकर कर्मचारियों की मांगों को अनसुना किया जा रहा है। इस मौके पर पूर्व सफाई दरोगा रमेश, ईश्वर ठाकुर, विजय पाल, संदीप, संजीव, अरूण, सुमित्रा, राजवंती, सुनीता सहित काफी संख्या में नगरपालिका के सफाई कर्मचारी मौजूद रहे।