गुरू नानक देव की 551वीं जयंती पर हुई शब्द चौकी
गुरुद्वारा गुरू तेग बहादुर साहिब में सिखों के प्रथम गुरू नानक देव की 551वीं जयंती की पूर्व संध्या पर शब्द चौकी का आयोजन किया।
जागरण संवाददाता, जींद: गुरुद्वारा गुरू तेग बहादुर साहिब में सिखों के प्रथम गुरू नानक देव की 551वीं जयंती की पूर्व संध्या पर शब्द चौकी का आयोजन किया। हालांकि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी इस मौके पर नगर कीर्तन का आयोजन किया जाता है, लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण को देखते हुए और प्रशासन के दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए नगर कीर्तन की बजाए शब्द चौकी का आयोजन किया गया। नगर कीर्तन में पालकी को लेकर चल रहे जत्थेदारों ने वाहे गुरु के जयकारे लगाया। साथ ही साथ महिलाओं ने झाडू लेकर सड़कों की साफी भी की।
शब्द चौकी दरबार साहिब से वाहे गुरू जी दा खालसा, वाहे गुरू जी दी फतेह के साथ आंरभ हुई और सरोवर की परिक्रमा करते हुए डेरा कार सेवा में पहुंची। यहां प्रमुख जत्थेदार बाबा रिशपाल सिंह के द्वारा शब्द चौकी के में शामिल संगतों का स्वागत करते हुए गुरू महिमा का गुणगान किया। गुरुद्वारा प्रवक्ता बलविद्र सिंह ने कहा कि गुरू नानक का जन्म कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन हुआ था। हर वर्ष इस दिन नानक जयंती मनाई जाती है। इस वर्ष गुरुनानक जयंती 30 नवंबर सोमवार को मनाई जा रही है। लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार शब्द चौकी ही निकाली गई है। गुरुद्वारा तेग बहादुर साहिब के मैनेजर रणजीत सिंह ने कहा कि गुरू नानक की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं।
उन्होंने कहा कि सोमवार को गुरुद्वारों में रखे गए अखंड पाठ का भोग डाला जाएगा। जिसमें रागी जत्थों द्वारा शब्द गुरूबाणी कीर्तन किया जाएगा। दोपहर बाद गुरू का अटूट लंगर बरताया जाएगा।