ऑनलाइन तबादला नीति के खिलाफ जींद में रोडवेज कर्मचारियों का प्रदर्शन, 26 जून को कर सकते हैं चक्का जाम
सांझा मोर्चा ने निर्णय लिया है कि 11 जून को फरीदाबाद में परिवहन मंत्री के आवास का घेराव किया जाएगा। इसके बाद भी सरकार ने कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया तो 26 जून को एक दिन का चक्का जाम किया जाएगा।
जींद, जागरण संवाददाता। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर रोडवेज कर्मचारियों ने बस स्टैंड परिसर में सुबह दस बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक रोष प्रदर्शन किया। सांझा मोर्चा के नेता संदीप रंगा ने कहा कि हाल ही में चालक, परिचालकों व लिपिकों के ऑनलाइन पॉलिसी के माध्यम से तबादले किए गए हैं। तबादले करने का विभाग द्वारा जो आधार बनाया गया है, वह आधार किसी भी तरीके से सही नही हैं।
उन्होंने आगे कहा कि तबादला नीति केवल स्वेच्छा से तबादले चाहने वाले कर्मचारियों के लिए जारी की थी। स्वेच्छा से भरने वाले स्टेशन पोर्टल पर नहीं खुल रहे हैं। इस कारण कर्मचारी दूर दराज क्षेत्र में ड्यूटी करने को मजबूर हैं। सरकार आए दिन कर्मचारियों पर अनाप-शनाप पॉलिसी लागू कर रही है। इससे कर्मचारियों में रोष है।
11 जून को परिवहन मंत्री के आवास का घेराव
संदीप रंगा ने बताया कि अब सांझा मोर्चा ने निर्णय लिया है कि 11 जून को फरीदाबाद में परिवहन मंत्री के आवास का घेराव किया जाएगा। इसके बाद भी सरकार ने कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया तो 26 जून को एक दिन का चक्का जाम किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार व परिवहन विभाग की होगी। रंगा ने कहा कि सरप्लस कर्मचारियों को नजदीक के डिपो में समायोजित करना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि क्रॉनिक व अन्य गंभीर बीमारी से ग्रस्त व नौकरी के अंतिम वर्ष में कार्य कर रहे कर्मचारियों को भी कोई छूट नहीं दी गई है। रंगा ने बताया कि परिवहन मंत्री ने सांझा मोर्चा के साथ बैठक में भी नजदीक के डिपो में तबादले करने का सरकार की ओर से पक्ष रखा था। परिवहन मंत्री ने कहा था कि ऑनलाइन पॉलिसी के तहत तबादले करके सभी कर्मचारियों को उनके घर के नजदीक डिपो में पहुंचाना है। जबकि कर्मचारियों को अब दूर दराज क्षेत्र के डिपो में नियुक्ति दी गई है। इससे कर्मचारियों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा, "सांझा मोर्चा मांग करता है कि ऑनलाइन पॉलिसी के तहत किए तबादलों को रद किया जाए और कर्मचारी हित में नई तबादला पॉलिसी बनाई जाए। इससे कर्मचारी अपनी ड्यूटी से साथ अपने परिवार की भी देखभाल कर सकेंगे।