मांडो खेड़ी, मनोहरपुर, बरसाना गांवों में पहली बार पहुंची रोडवेज बस
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जींद डिपो ने महिलाओं के लिए स्पेशल 11 बसें शुरू कर दी हैं जिससे ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली हजारों छात्राओं को फायदा होगा। रविवार सुबह आठ बजे छात्राओं ने इन बसों को हरी झंडी दिखाकर रूटों पर रवाना किया
जागरण संवाददाता, जींद : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जींद डिपो ने महिलाओं के लिए स्पेशल 11 बसें शुरू कर दी हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली हजारों छात्राओं को फायदा होगा। रविवार सुबह आठ बजे छात्राओं ने इन बसों को हरी झंडी दिखाकर रूटों पर रवाना किया। मांडो खेड़ी, मनोहरपुर, बरसाना गांवों के अस्तित्व में आने के बाद पहली बार रोडवेज बस उनके गांव पहुंची तो ग्रामीणों ने खुशी मनाते डिपो प्रबंधन का आभार जताया।
रविवार सुबह आठ बजे महाप्रबंधक बिजेंद्र हुड्डा, ट्रैफिक मैनेजर भरत सिंह परमार, डीआई कृष्ण पूनिया, सुरेंद्र पप्पू, अनूप लाठर समेत दूसरे कर्मचारियों ने कुछ महिलाओं और छात्राओं को एकत्रित किया, जिन्होंने हरी झंडी दिखा बूथ पर लगी इन बसों को विभिन्न रूटों पर रवाना किया। जीएम बिजेंद्र हुड्ड ने बताया कि इन बसों के चलने से बेटियों का सफर आसान होगा। पहले बसों की कमी के कारण महिलाओं के लिए ज्यादा बसें नहीं चल पा रही थी। अब डिपो में 15 बसें शामिल हो गई हैं तो छात्राओं की स्पेशल बसों की संख्या भी बढ़ा दी है।
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पांच गुलाबी बसें भी होंगी डिपो में शामिल : परमार
ट्रैफिक मैनेजर भरत सिंह परमार ने बताया कि ग्रामीण एरिया के जिन रूटों पर बसों की सर्विस नहीं है और पढ़ने के लिए आने वाली छात्राओं की संख्या ज्यादा है, उन रूटों पर बसों की शुरूआत की गई है। हजारों छात्राओं को इससे फायदा होगा। इसके अलावा 5 मिनी बसें यानि गुलाबी बसें और डिपो में शामिल होनी हैं, जो स्पेशल छात्राओं के लिए चलेंगी।
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बसों का बनाया टाइम टेबल : पूनिया
डीआई कृष्ण पूनिया ने कहा कि महिलाओं के लिए चलने वाली सभी बसों का टाइम टेबल बना दिया गया है। सुबह के सात से आठ बजे के बीच गांवों के शहर की तरफ बसें छात्राओं को कॉलेज लेकर आएंगी और दोपहर बाद वापस छोड़ने जाएंगी।
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पहली बार मांडो खेड़ी पहुंची बस तो ग्रामीणों ने किया स्वागत
रविवार से शुरू की गई 11 बसों में से एक बस का जींद से निर्जन, मांडो खेड़ी, मनोहरपुर, बरसाना, गोहियां होते हुए अलेवा की तरफ रूट बना है। मांडो खेड़ी, मनोहरपुर और बरसाना गांव जिले के ऐसे गांव हैं, जहां कभी भी रोडवेज बसें नहीं चली थी। रविवार को बस मांडो खेड़ी पहुंची तो ग्रामीणों ने खुशी जताते हुए लड्डू बांटे। मांडो खेड़ी की सरपंच अनीता लाठर, प्रताप लाठर, जयकरण, नरेश कुमार, दिलबाग, सुनील लाठर, बिमला, संतरो, रेणू, नीलम पंच ने कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है, जब उनके गांव में रोडवेज बस चली है। निजी वाहनों का सहारा लेकर बेटियों को कॉलेज पहुंचना पड़ता था। स्पेशल बस चलने से अब उनके गांवों की छात्राओं को भी उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए शहर आने में आसानी होगी। इसके लिए वह सरकार और डिपो प्रबंधन का आभार जताते हैं।