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पराली न जलाकर दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत बने धरतीपुत्र सम्मानित

संवाद सूत्र, नरवाना : दैनिक जागरण की मुहिम पराली नहीं जलाएंगे, पर्यावरण बचाएंगे मुहिम के त

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 02:01 AM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2018 02:01 AM (IST)
पराली न जलाकर दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत बने धरतीपुत्र सम्मानित
पराली न जलाकर दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत बने धरतीपुत्र सम्मानित

संवाद सूत्र, नरवाना : दैनिक जागरण की मुहिम पराली नहीं जलाएंगे, पर्यावरण बचाएंगे मुहिम के तहत गांव लोन में किसान गोष्ठी हुई। इस मौके पर जिला उप कृषि निदेशक डॉ. सुरेंद्र मलिक, तहसीलदार अजय कुमार, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. यशपाल मलिक, उपमंडल कृषि अधिकारी डॉ. देवेन्द्र ¨सह ने पराली न जलाने वाले किसानों को दैनिक जागरण की तरफ से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

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कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. सुरेंद्र मलिक ने किसानों को बताया कि जिले में 174 सीएचसी बनाई गई हैं, जिन्हें 80 फीसदी अनुदान पर हैप्पी सीडर उपलब्ध करवाए गए हैं। जिले में कुल 249 हैप्पी सीडर हैं, जिनसे किसान गेहूं की सीधी बिजाई करवा रहे हैं। इससे किसानों को काफी फायदा हो रहा है। इस साल किसान हैप्पी सीडर से गेहूं की बिजाई करवाने के लिए काफी प्रोत्साहित हैं। जिन किसानों को अभी हैप्पी सीडर से बिजाई करवाने में संशय है, उनका भ्रम दूर करने के लिए कृषि विभाग गांवों में जाकर खेतों में बिजाई का डेमो करवा रहा है। इस दौरान किसानों के सभी सवालों का समाधान किया जा रहा है। डॉ. मलिक ने कहा कि पराली न जलाकर हैप्पी सीडर से बिजाई करने पर गेहूं के खेत में पांच पानी की जगह तीन पानी देने पड़ते हैं। सालभर में ही जमीन में आर्गेनिक कार्बन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे उत्पादन में वृद्धि होती है। सबसे बड़ी बात यह है कि इन खेतों में मंडूसी नहीं होती, जिससे किसान को स्प्रे नहीं करना पड़ता। डॉ. मलिक ने सभी किसानों से आह्वान किया कि वे हैप्पी सीडर से गेहूं की बिजाई करके धरती की सेहत बनाएं और अपनी बचत करें। डॉ. सुरेंद्र मलिक और तहसीलदार अजय कुमार ने दैनिक जागरण के प्रयासों की सराहना की, जो किसानों को लगातार प्रकाशित कर रहे हैं। प्रेरणास्त्रोत बने धरतीपुत्रों को किया सम्मानित

दैनिक जागरण की मुहिम का साथ देकर अपने खेतों में पराली न जलाकर कंबाइन हैपी सीडर से बिजाई करने वाले व दूसरों को पराली से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक करने वाले धरतीपुत्रों को दैनिक जागरण की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। गांव कालवन से बलराज, सत्यवान, सुरेश, बलराज, गांव जुलहेड़ा से रामफल, गांव खरल से हरपाल, गांव दनौदा कलां से अशोक नैन, गांव धमतान साहिब से जयपाल नैन सरपंच, दरबारा ¨सह, गांव सैंथली से सतीश, अवतार ¨सह, गांव लोन से बलबीर ¨सह, पूर्व सरपंच, रामबीर, रामनिवास आदि को सम्मानित किया गया। योजनाओं का फायदा उठाएं किसान

पराली जलाकर किसान धरती का नुकसान करने के साथ पर्यावरण प्रदूषित कर रहे हैं। पराली से बुजुर्गों, बच्चों व गर्भवती महिलाओं को सबसे ?ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के लिए अनेक लाभकारी योजनाएं चला रही है, किसान जिनका फायदा उठा सकते हैं। हैप्पी सीडर पर एक किसान को 50 प्रतिशत अनुदान और किसानों की सोसायटी को 80 प्रतिशत तक अनुदान मिल जाता है।

अजय कुमार, तहसीलदार, नरवाना फसल पकने पर गिरती है: मलिक

हैप्पी सीडर से गेहूं की बिजाई करने से पानी की बचत होती है। यूरिया भी कम पड़ता है और घास नहीं उगती। फसल पकने पर गिरती भी नहीं हैं। किसानों को अपने लिए न सही भविष्य के लिए सोचना चाहिए, ताकि उनके बच्चे शुद्ध हवा में सांस ले सके।

डॉ. यशपाल मलिक, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक


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