जनस्वास्थ्य विभाग में 31 लाख के घोटाले में आरोपित अधिकारियों को भेजा जेल
जनस्वास्थ्य विभाग में सीवर व पेयजल लाइन की मरम्मत के सामान के फर्जी बिल बनाकर 31 लाख रुपये का घोटाला में तत्कालीन एसडीओ जगदेव मोर का नाम सामने आया है।
जागरण संवाददाता, जींद : जनस्वास्थ्य विभाग में सीवर व पेयजल लाइन की मरम्मत के सामान के फर्जी बिल बनाकर 31 लाख रुपये का घोटाला में तत्कालीन एसडीओ जगदेव मोर का नाम सामने आया है। आरोपित ठेकेदार मनजीत व अंग्रेज सिंह से पूछताछ में बताया कि फर्जी बिल को पास करने में एसडीओ जगदेव मोर भी शामिल थे। विजिलेंस की टीम ने मंगलवार को आरोपित सेवानिवृत एसडीओ जगदीप सिंह, जेई अमरीक सिंह, क्लर्क सुभाष, सुरेश, ठेकेदार मनजीत, अंग्रेज सिंह को अदालत में पेश किया। जहां से अदालत ने आरोपित को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। अब विजिलेंस की टीम आरोपित रोहतक के एक्सईएन भानू प्रताप व एसडीओ जगदेव मोर को गिरफ्तार करेगी।
ज्ञात रहे कि वर्ष 2016 जनस्वास्थ्य विभाग में सीवर व पेयजल लाइन की मरम्मत के लिए आए बजट को ठेकेदार मनजीत व अंग्रेज सिंह ने उस समय के एक्सईएन भानू प्रताप, एसडीओ जगदीप, जेई अमरीक सिंह, क्लर्क सुभाष, सुरेश के साथ मिलीभगत करके 31 लाख रुपये के फर्जी बिल बना दिए और बिना काम हुए ही पास कर दिए। इस फर्जीवाड़े की भनक विजिलेंस को लग गई और उसकी जांच शुरू की। जांच शुरू होते ही आरोपित अधिकारियों व कर्मचारियों 31 लाख रुपये की राशि विभाग के खाते में वापस जमा करवा दी। बाद में विजिलेंस जांच के दौरान फर्जीवाड़ा सामने आया और सात दिसंबर 2018 को इनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था। सोमवार को विजिलेंस की टीम ने सेवानिवृत एसडीओ जगदीप, जेई अमरीक सिंह, क्लर्क सुभाष, सुरेश व ठेकेदार मनजीत, अंग्रेज को गिरफ्तार लिया था।