प्रदीप ने योग की दो विधाओं में बनाया विश्व रिकॉर्ड
कहते हैं प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती इसी उक्ति को चरितार्थ कर दिखाया है सनातन धर्म वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के पूर्व छात्र प्रदीप ने।
महा सिंह श्योरान, नरवाना : कहते हैं प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती, इसी उक्ति को चरितार्थ कर दिखाया है, सनातन धर्म वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के पूर्व छात्र प्रदीप ने। प्रदीप ने प्राचीन भारतीय योग पद्धति को लोकप्रिय बनाने और दो विधाओं में विश्व रिकॉर्ड बनाकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। प्रदीप के गोल्डन बुक्स ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में योग की दो विधाओं में विश्व स्तरीय प्रदर्शन करने के अलावा अलग-अलग विधाओं में छह एशिया रिकार्ड दर्ज हैं और गोल्डन बुक्स व लिम्का बुक्स के अगले संस्करणों में प्रदीप के ये कीर्तिमान प्रकाशित किए जाएंगे। गौरतलब है कि प्रदीप ने सिविल इंजीनियरिग की हुई है और विज्ञान का छात्र होने के साथ-साथ वो योगा में निपुण हैं और 17 विधाओं के लिए वह नामित हैं। प्रदीप की इस उपलब्धि पर मानव मित्र मंडल, शाखा नरवाना के साथ-साथ अनेक शाखाएं उसे सम्मानित कर चुकी हैं। शाखा संरक्षक दिनेश गोयल ने बताया कि मानव मित्र मंडल ने योगा की रिकॉर्डिंग करवा विभिन्न एजेंसी को भेजी गई और उन्होंने प्रदीप के विश्व कीर्तिमान की पुष्टि की। प्रदीप का अगला लक्ष्य गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाना है। प्रदीप ने कहा कि उसका लक्ष्य प्रदेश में योग को लोकप्रिय बनाना है, ताकि लोगों को प्राचीन योग पद्धति से अवगत करवाया जा सके। उन्होंने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अभिभावकों व आर्य कन्या महाविद्यालय में पीटीआइ के पद पर कार्यरत सोनिया को दिया। मेवा सिंह नैन, राजेश गोयल, उषा मित्तल, नरेश वत्स, गुरप्रीत दुआ, सुमित आर्य, रोबिन गर्ग, लक्ष्मण शर्मा, अखिल मित्तल व विनोद धीमान ने बधाई दी।